BHOPAL. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने शनिवार (2 सिंतबर) को कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में दीनदयाल रसोई योजना के तीसरे चरण का उद्धाटन किया। कार्यक्रम में सीएम के साथ प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भी मौजूद रहे। कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 38 हजार से ज्यादा आवासहीनों को भूमि के पट्टे भी वितरित किए।
कार्यक्रम में 38 हजार से ज्यादा आवासहीनों को पट्टे वितरित
66 नगर पालिकाओं में स्थाई रसोई केंद्रों का शुभारंभ हुआ। दीनदयाल स्थायी रसोई केंद्र हो जाएंगे, जहां पर पांच रुपए में भोजन मिलेगा। इसके अलावा प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में आवासहीनों को सरकार आवास बनाने के लिए भूमि के पट्टे भी दे रही है। कार्यक्रम में सीएम ने 38 हजार से ज्यादा आवासहीनों को पट्टे वितरित किए। सीएम ने घोषणा की, कि जो बहुत समय से पुराने मकानों में रह रहे हैं उन्हें फ्री में पट्टे दिए जाएंगे।
आखिर किस बात पर चिंतित हैं CM?
कार्यक्रम के दौरान सीएम शिवराज ने कहा कि बीजेपी के आराध्य पंडित दीनदयाल उपाध्याय की एक बात मुझे हमेशा याद रहती है। दीनदयाल कहते थे कि जिंदगी का आखिरी लक्ष्य परमात्मा की प्राप्ति है, परमात्मा कहां मिलेगा, इस बारे में वह कहते थे कि मैं नहीं जानता मंदिर में भगवान की आरती उतारने, पूजन करने से परमात्मा खुश होंगे या नहीं। तीज-त्योहार पर व्रत करने या हिमालय की गुफाओं में बैठकर तपस्या करने से भगवान खुश होंगे, आपको दर्शन देंगे या नहीं। हालांकि मैं ये जरूर जानता हूं कि अगर दीन-दुखियों की सेवा हम कर लें, गरीबों के आंसू पोंछ दें तो उनकी आंखों में भगवान के दर्शन जरूर हो जाएंगे। वो कहते थे कि दरिद्र ही नारायण है।
प्रदेशवासियों से सीएम की अपील
वहीं सीएम ने प्रदेश में कम बारिश को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि हम सरकार नहीं, हम परिवार साथ हैं। आखिर में एक प्रार्थना सब करना कि भगवान बारिश करवाएं। मैं पूरी रात नहीं सोया। अगस्त का महीने निकल गया, पूरा महीना सूखा गया। अचानक से बिजली की डिमांड बड़ी है। 50 साल में ऐसा संकट सूखे का कभी नहीं आया। भगवान से प्रार्थना करना एक बार बारिश जरूर हो जाए। ताकि हम फसलों को बचा सकें।
जरूरतमंद को 5 रुपए में भरपेट भोजन
बता दें, दीनदयाल रसोई योजना शिवराज सरकार की महत्वकांक्षी योजना हैं। इसमें जरूरतमंद गरीबों को 5 रुपए में भरपेट भोजन खिलाया जाता है। गरीब लोगों को सस्ते में पौष्टिक भोजन देने के लिए एमपी सरकारी ने दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना शुरू की गई है। इस योजना का संचालन फिलहाल मध्य प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में किया जा रहा है। सभी दीनदयाल रसोई केंद्र नगर निगम, नगर पालिका, स्वायत्त संस्थान और समाजसेवी संस्थाओं की मदद से संचालित किए गए है।
कब शुरू हुई दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना?
इस योजना की शुरुआत सबसे पहले साल 2017 में की गई थी। लेकिन जब इस योजना को शुरू किया गया था, तब ज्यादा लोग इसके बारे में नहीं जानते थे। देश में कोरोना के चलते लॉकडाउन लगा तो इस योजना के साथ लोग ज्यादा से ज्यादा जुड़ने लगे। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसी भी एप्लीकेशन फॉर्म को भरने की जरूरत नहीं पड़ती है। आपको सिर्फ जिस लोकेशन पर इस योजना का लाभ देने के लिए केंद्र बना हों, वहां पर अपना आधार कार्ड ले कर जाना होगा और काउंटर पर उसे दिखा आप भोजन कर सकते हैं।