MANDLA. मंडला जिले के नैनपुर नगर परिषद के मुख्य नगर पालिका अधिकारी राजाराम वरठे जबलपुर में 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़े गए हैं। वरठे को हाई कोर्ट के गेट नंबर 5 के सामने रिश्वत लेते हुए शुक्रवार 4 अगस्त को जबलपुर लोकायुक्त टीम ने गिरफ्तार किया।
बिल जारी करवाने के एवज में रिश्वत मांगी थी
नगर पालिका सीएमओ हाईकोर्ट के किसी काम से जबलपुर आए थे, और उन्होंने यहीं पर आवेदक को रिश्वत लेने के लिए बुला लिया था। हाईकोर्ट के गेट नंबर 5 पर जैसे ही सीएमओ ने रिश्वत के 15 हजार रुपए लिए तभी लोकायुक्त पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। सीएमओ ने मंडला जिले के नैनपुर में रहने वाले ठेकेदार राजेंद्र सिंह ठाकुर से उनकी अमानत राशि और रुके हुए बिल जारी करवाने के लिए एवज में रिश्वत मांगी थी।
काम से जबलपुर आए सीएमओ ने ठेकेदार को भी यहीं बुला लिया
ठेकेदार राजेंद्र सिंह ठाकुर ने नगरपालिका नैनपुर के अंतर्गत सीसी रोड और नाली निर्माण किया था। इस पूरे काम के एवज में डेढ़ लाख रुपए के बिल रुके थे, इसके अलावा उन्होंने अमानत राशि डेढ़ लाख रुपए जमा। दोनों ही राशि निकलवाने के बदले सीएमओ राजाराम ने 15 हजार रुपए रिश्वत की मांग ठेकेदार से की थी। सीएमओ शुक्रवार को हाईकोर्ट के काम से नैनपुर से जबलपुर आए हुए थे, इस दौरान ठेकेदार राजेंद्र सिंह ठाकुर भी जबलपुर में थे। यही सही समय देखकर सीएमओ ने ठेकेदार से रिश्वत की राशि यहीं लाने को कहा था।
यह खबर भी पढ़ें
हाईकोर्ट के गेट नंबर 5 पर की कार्रवाई
लोकायुक्त ने ठेकेदार द्वारा की गई शिकायत सही पाए जाने के बाद शुक्रवार 4 अगस्त को सीएमओ राजाराम वरठे जब जबलपुर आए तो उन्हें ट्रैप करने की रणनीति बनाई गई। दरअसल सीएमओ ने राजेंद्र सिंह ठाकुर को फोन लगाकर हाईकोर्ट के गेट नंबर 5 पर रिश्वत के रुपए लेकर बुलाया था। शुक्रवार दोपहर को जैसे ही राजेंद्र सिंह ठाकुर ने सीएमओ राजाराम को रिश्वत के 15 हजार रुपए दिए तभी लोकायुक्त पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। आरोपित को गिरफ्तार करने के बाद लोकायुक्त पुलिस सर्किट हाउस 2 में लेकर गई है, वहां पर आगे की कार्यवाही जारी है।