मनीष गोधा, JAIPUR. राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के मंत्रिमंडल गठन में हो रही देरी को लेकर कांग्रेस अब काफी हमलावर दिख रही है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 2 दिन पहले ही इसे लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली थी। अब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा है कि प्रदेश में सरकार का नाम ही नहीं है और किसी को कुछ पता ही नहीं है कि क्या हो रहा है।
चिरंजीवी योजना में इलाज भी बंद हुआ
डोटासरा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जिस रामराज का वादा करके भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आई थी वह रामराज कब शुरू होगा यह तो पता नहीं, लेकिन फिलहाल प्रदेश में कुछ नहीं हो रहा है और जनता ने जिस उम्मीद के साथ सरकार को चुना था वह उम्मीदें पूरी होती नहीं दिख रही है। अस्पतालों में हमारी चिरंजीवी योजना के तहत इलाज बंद हो चुका है और जनता को यह बताने वाला कोई नहीं है कि आखिर यह इलाज कब शुरू होगा।
मंत्रिमंडल बनाने में ही 100 दिन लग जाएंगे
डोटासरा ने कहा कि सरकार ने मंत्रिमंडल बनाने में ही इतने दिन लगा दिए। मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को 100 दिन की कार्य योजना बनाने के लिए कहा था, लेकिन लगता है कि मंत्रिमंडल बनाने में ही 100 दिन लग जाएंगे। डोटासरा ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि मुख्यमंत्री कहीं और से गाइड हो रहे हैं, लेकिन उन्हें ध्यान रखना चाहिए कि प्रदेश की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को चुना है और मुख्यमंत्री को अपने पद का ध्यान रखते हुए अपने विवेक से निर्णय करने चाहिए।
हम विपक्ष में रहकर छट्टी का दूध याद दिलाएंगे
डोटासरा ने कहा कि हमने अच्छी सरकार चलाई अच्छी योजनाएं बनाई यह ठीक है कि जनता ने चुनाव में हमें आशीर्वाद नहीं दिया, लेकिन अब हम विपक्ष में रहकर भी ऐसा घोटा घुमाएंगे कि इनको छट्टी का दूध याद दिला देंगे। उन्होंने कहा कि हम जनता के हित में फैसला लेते हैं लेकिन भारतीय जनता पार्टी को जनता के हित से कोई लेना-देना नहीं है। पिछली सरकार की राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्न योजना बंद करने की आलोचना करते हुए डोटासरा ने कहा कि हमने भारतीय जनता पार्टी की विद्यार्थी मित्र और पंचायत सहायकों की योजनाओं को जारी रखा था और उन्हें संविदा के तहत नियमित भी किया गया लेकिन मौजूदा सरकार ने आते ही हजारों लोगों को बेरोजगार कर दिया सरकार को यदि इसके नाम से कुछ चिढ़ थी तो इसका नाम बदलकर दूसरे तरीके से योजना जारी रखी जा सकती थी।
हमारे यहां भारतीय जनता पार्टी जैसी व्यवस्था नहीं
नेता प्रतिपक्ष के चुनाव के बारे में डोटासरा ने कहा कि 19 जनवरी से विधानसभा का सत्र शुरू होगा और उसे समय नेता प्रतिपक्ष की जरूरत होगी उससे पहले पार्टी इस पद पर नियुक्ति कर देगी। उन्होंने कहा कि हमारे यहां सबसे चर्चा करके निर्णय किए जाते हैं। हमारे यहां भारतीय जनता पार्टी जैसी व्यवस्था नहीं है कि जब राजनाथ सिंह यहां आए तो होटल में आने तक भी उन्हें पता नहीं था कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के रूप में किसके नाम की घोषणा करनी है।