संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर गुरुसिंघ सभा के 24 सितंबर को चुनाव प्रस्तावित है। इसमें सदस्य बनाने का समय 28 अगस्त की शाम तक का था, कुल सदस्य 12800 करीब बने हैं। बीते चुनाव जो साल 2012 में हुए थे, इसमें 11800 करीब सदस्य थे। मुख्य चुनाव अधिकारी राजिंदर सिंह बाबा ने पुरानी सदस्यता रद्द कर दी है और जो नए फार्म आए केवल उन्हीं को मान्य किया है। इसका समाज में काफी विरोध हो रहा है। वहीं बाबा का कहना है कि नए फार्म में सभी सदस्य आ गए हैं, इसमें नाराजगी वाली बात नहीं है। वहीं बाबा ने फतेह पैनल के अध्यक्ष पद के दावेदार मोनू भाटिया के लिए यह कहकर मुश्किल बढ़ा दी है कि केवल अमृतधार सिख ही चुनाव लड़ सकेंगे, इसके लिए अकाल तख्त का फरमान आ गया है। उललेखनीय है कि मोनू भाटिया अमृतधारी नहीं है। हालांकि, चुनाव के पहले वह बन सकते हैं।
मुख्य चुनाव अधिकारी बोले जल्द जारी करेंगे चुनाव शेड्यूल
"द सूत्र" से बात करते हुए मुख्य चुनाव अधिकारी राजिंदर सिंह बाबा ने कहा कि वोट बनाने की प्रक्रिया पूरी हो गई है। करीब 13 हजार मतदाता बने हैं। पुरानी सूची में आजीवन सदस्य करीब 11800 थे, इन्हें रद्द कर दिए गए हैं। इस पर हो रहे विवाद पर बाबा ने कहा कि सभी नई सूची में अपडेट हो गए हैं, उन्होंने फिर से फार्म भर दिए हैं। चुनाव को लेकर संदेश रहेगा कि सभी शांति से चुनाव लड़ें, व्यक्तिगत कोई टीका-टिप्पणी नहीं करें। चुनाव अमृतधारी सिख ही लड़ेंगे, यह फरमान अकाल तख्त से हो गया है। चुनाव कार्यक्रम सभी पैनल से बात कर जल्द जारी करेंगे।
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28 हजार फार्म लेकर गए थे हमसे
उधर खंडा पैनल के सदस्य जदजीत सिंह टूटेजा ने कहा कि हमसे 28 हजार फार्म संगत लेकर गई थी। लेकिन करीब 13 हजार ही लौटे हैं। पुराने आजीवन सदस्यों की सदस्यता रद्द कर केवल चार दिन का समय देकर फिर से नए फार्म भरने की मंजूरी दी थी, इससे कई लोग मतदाता सूची से बाहर हो जाएंगे, यह संगत के साथ गलत होगा, इससे उनका वोट देने का अधिकार खत्म हो रहा है। चुनाव को लेकर टूटेजा ने कहा कि यह केवल गुरूसिंघ की नियमावली से होना चाहिए, लेकिन हमे अभी नहीं लग रहा है कि उसका पालन हो रहा है। उधर खंडा पैनल के टूटने पर टूटेजा ने कहा कि पैनल तो वहीं की वहीं है केवल चार लोगों के जाने से पैनल ख्तम नहीं होगी। खंडा पैनल चुनाव लड़ेगी। सदस्यों का पैनल में आना-जाना लगा रहेगा, यह तो चुनाव में चलेगा ही।