BHOPAL. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राह चल रहे है। चुनाव खत्म होने के बाद केजरीवाल कुछ दिन के लिए सभी कामकाज से छुट्टी लेकर विपश्यना के लिए जा रहे हैं। केजरीवाल यहां 10 दिन बिताएंगे। बता दें, लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजों से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ की एक गुफा में ध्यान लगाया था। पीएम मोदी के इस ध्यान ने दुनियाभर में सुर्खियां बटोरी थीं। इसके बाद केदारनाथ की ये स्पेशल गुफा चर्चा में आ गई थी।
विपश्यना के लिए जा रहे हैं केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल 19 दिसंबर से विपश्यना के लिए जा रहे हैं। केजरीवाल यहां 10 दिनों के लिए रहेंगे। यानी अब केजरीवाल 19 से 30 दिसंबर तक विपश्यना में ही रहेंगे। केजरीवाल हर साल विपासना का 10 दिन का कोर्स करने के लिए जाते हैं।
विपश्यना के बारे में जानिए...
विपश्यना केंद्र में दस दिनों का आवासी शिविर होता है। इस शिविर में रहने वाले सभी लोग एक ही तरह के कपड़े पहनते हैं और एक ही तरह का भोजन करते हैं। विपश्यना ध्यान का उद्देश्य अपने शरीर और मन की गहराई से समझना होता है। शिविरार्थी अपने मन को शांत करते हैं, अपने विचारों को स्पष्ट करते हैं और अपने शारीरिक और मानसिक अनुभवों को विशेष रूप से अनुभव करते हैं। विपश्यना केंद्र शांति, स्थिरता और अंतर्दृष्टि को विकसित करने के लिए एक मार्ग प्रदान करता है।
ऐसा माना जाता है कि विपश्यना ध्यान की एक ऐसी विधि है, जिसके जरिए सबसे ज्यादा लोगों ने बुधत्व या ज्ञान को हासिल किया था।
क्या है विपश्यना ध्यान ?
हजारों साल पहले भगवान बुद्ध ने इसी ध्यान विधि के जरिए बुद्धत्व हासिल किया था। उन्होंने इसका अभ्यास अपने मानने वालों को भी कराया था। हजारों साल से योगी इस विधि को करते आए हैं जबकि भगवान बुद्ध ने इसे सरलतम रूप में लोगों के सामने रखा था। यह ध्यान विधि खुद को जानने में मदद करती है। विपश्यना ध्यान विधि को सुबह एक घंटा या शाम को एक घंटा कर सकते हैं। अगर दोनों समय करते हैं तो यह काफी लाभकारी साबित होगा। कहा जाता है कि सोने से पहले पांच मिनट और सुबह उठकर पांच मिनट भी इसका अभ्यास किया जा सकता हैं।
विपश्यना के फायदे...
- चेहरे की रंगत में निखार आता है।
- आत्मविश्वास बढ़ाता है।
- एकाग्रता बढ़ाने के लिए बेहद उपयोगी है।
- कई विकारों से मुक्ति दिलाता है।