रतलाम में जिला पशु चिकित्सा विभाग के प्रभारी उपसंचालक का पशुपालन मंत्री पर गंभीर आरोप, 2 लाख रुपए लेकर करते हैं ट्रांसफर

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Jitendra Shrivastava
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रतलाम में जिला पशु चिकित्सा विभाग के प्रभारी उपसंचालक का पशुपालन मंत्री पर गंभीर आरोप, 2 लाख रुपए लेकर करते हैं ट्रांसफर

आमीन हुसैन, RATLAM. जिला पशु चिकित्सा विभाग के प्रभारी उपसंचालक के भ्रष्ट आचरण के ऑडियो वीडियो सोशल मीडिया में कुछ दिनों पहले भी वायरल हुए हैं। वायरल ऑडियो में उपसंचालक डीके जैन विभाग के ही चतुर्थ वर्ग कर्मचारी से तनख्वाह निकालने के नाम पर 2 हजार रुपये की मांग कर रहे हैं। कर्मचारी ने जब कहा कि वह 500 रुपए पहले ही दे चुका है उसके पास इतने रुपए नहीं है। इस पर डॉक्टर जैन ने यह कहा कि तुम्हारी रिपोर्ट भी सही नहीं आ रही है। 10 दिन की तनख्वाह अटक जाएगी 2 हजार रुपए लेकर आ जाओ तुम्हारा काम तत्काल हो जाएगा। यही नहीं एक अन्य ऑडियो में उप संचालक डॉ. डीके जैन विभाग की योजना के हितग्राही से फॉर्म भरने के नाम पर 2 हजार रुपए लेकर आने का कह रहे हैं, प्रभारी उप संचालक बकायदा रुपए मांगने का कारण अभी बता रहे हैं। जिसमें वह हितग्राही को फॉर्म भरने में होने वाली मशक्कत और माथापच्ची का जिक्र कर रहे हैं।



मामले को रफा-दफा करने में जुटे डीके जैन



इस मामले में पीड़ित कर्मचारी ने कॉल रिकॉर्डिंग कर लोकायुक्त में भी भ्रष्ट अधिकारी की शिकायत की थी, लेकिन लोकायुक्त पुलिस द्वारा भ्रष्टाचार की पुष्टि करने के लिए लगाए गए ट्रेप से डॉक्टर डीके जैन बाल-बाल बच गए। जिसके बाद वह इस मामले को रफा-दफा करने में जुटे हुए हैं शिकायतकर्ता कर्मचारी पर भी उपसंचालक द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। कैमरे के सामने नहीं आने और पहचान उजागर नहीं किए जाने की शर्त पर पीड़ित कर्मचारी ने बताया कि डॉक्टर डीके जैन से पूरे विभाग के कर्मचारी परेशान है। डॉ. जैन विभाग की मीटिंग में अधीनस्थ कर्मचारियों से रुपए इकट्ठे कर देने को कहते हैं। 



पीड़ित कर्मचारी ने लोकायुक्त उज्जैन में शिकायत भी की थी



यहां तक की डॉक्टर जैन भाजपा नेताओं, विधायकों और विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को रुपए देकर प्रभारी उपसंचालक का पद प्राप्त करने की बात भी विभागीय मीटिंग में खुलेआम बोलते हैं। कर्मचारियों से हफ्ता वसूली करने वाले डॉ डीके जैन रुपए लेने के पीछे कारण बताते हैं कि भाजपा की सरकार में सबको रुपए ऊपर तक देना पड़ता है पीड़ितों कर्मचारी ने स्वीकार किया कि उसकी तनख्वाह निकलवाने के लिए डॉक्टर जैन उससे ₹2000 की मांग कर रहे थे जिसकी रिकॉर्डिंग उसने अपने मोबाइल में कर ली थी ऑडियो रिकॉर्डिंग के साथ लोकायुक्त उज्जैन कार्यालय में पीड़ित कर्मचारी ने शिकायत भी की थी। इसी दौरान डॉ जैन ने उसे कार्यालय में बुलाकर उसका मोबाइल अपने सामने तुड़वाया और नए फोन के लिए रुपए भी दिए। हालांकि, वायरल ऑडियो और वीडियो की अधिकारिक पुष्टि द सूत्र नहीं करता है लेकिन कलेक्टर कार्यालय पहुंचे विभाग के अधिकारी होने डीके जैन पर पैसे मांगने के आरोप लगाए साथ ही फोन पर पैसों की मांग की रिकॉर्डिंग भी मीडिया को उपलब्ध कराई है जिसमें उपसंचालक कर्मचारियों से पैसे मांग रहे हैं 



डॉक्टर डीके जैन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं



गौरतलब है कि अपने अजीबोगरीब कार्यप्रणाली और विभाग के कर्मचारियों से रुपए और पार्टी मांगने वाले डॉ डीके जैन कि पहले भी भ्रष्टाचार के संबंध में कई शिकायतें हो चुकी है जिसके बाद अब एक बार फिर प्रभारी उप संचालक डॉ. डीके जैन का बेझिझक रुपए मांगने का ऑडियो सामने आया है। सीएम हेल्पलाइन से लेकर जनसुनवाई में विभाग के सेवानिवृत्त एवीएफओ एपीएस राठौर ने भी प्रभारी उपसंचालक डॉ. डीके जैन के भ्रष्ट कार्यप्रणाली और पीएफ की राशि जारी करवाने के नाम पर रुपए मांगने और षड़यंत्रपूर्वक पीएफ गणना की गलत जानकारी महालेखाकार कार्यालय को देने की शिकायत की थी।



प्रधानमंत्री मोदी जी को अपना आदर्श बताने लगे



शुक्रवार 30 जून को उपसंचालक डीके जैन से परेशान कर्मचारियों ने मोर्चा खोला और कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने उप संचालक की शिकायत की, वही उपसंचालक डीके जैन अपने आपको मोदी भक्त बताने लगे। प्रधानमंत्री मोदी जी को अपना आदर्श बताने लगे यह सब मीडिया के कैमरे में कैद हो गए। इतना ही नहीं उपसंचालक ने मध्य प्रदेश के पशुपालन मंत्री पर भी दो दो लाख रुपए लेकर ट्रांसफर करने के आरोप तक लगाए। उन्होंने आरोप लगाया कि पशुपालन मंत्री ने डीके जैन से उनके ट्रांसफर के लिए 2 लाख रुपए मांगे थे।



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उपसंचालक की जांच कराई जाए और इन्हें निलंबित किया जाए



रतलाम भाजपा जिला अध्यक्ष राजेंद्र सिंह लुनेरा भी उपसंचालक डीके जैन इस बयान से नाराज हो गए और उन्होंने इन्हें निलंबित करने की मांग की। बोले- भाजपा एक ईमानदार पार्टी है भाजपा के मंत्री भाजपा के नेता कार्यकर्ता सभी ईमानदार हैं। अगर यह इस तरह के आरोप लगा रहे हैं उपसंचालक को निलंबित किया जाए। उप संचालक के खिलाफ अगर इतने कर्मचारी भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं पैसे की मांग के आरोप लगा रहे हैं। जितने लोग झूठ नहीं बोलते यह सही होंगे उपसंचालक डीके जैन की जांच की जाए और इन्हें निलंबित किया जाए। 



पीड़ित कर्मचारियों ने भी मीडिया को आपबीती सुनाई



वही मीडिया के सामने जिला पशु चिकित्सा विभाग के प्रभारी डीके जैन ने बताया कि मैं किसी कर्मचारी का ट्रांसफर नहीं करा सकता। क्योंकि ऊपर से ही मंत्री ट्रांसफर कर आते हैं और उसके एवज में 2 लाख रुपए देना पढ़ते हैं और मेरे पास किसी का ट्रांसफर कराने के लिए 2 लाख रुपए देने के लिए नहीं है। वहीं खुद का भी वायरल वीडियो में बोलते हुए नजर आ रहे हैं मेरे पास पैसे नहीं है इसलिए मैंने अपना ट्रांसफर नहीं कराया मंत्री जी ने 2 लाख रुपए मांगे थे।


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