Bhopal. बिपरजॉय तूफान भारत के पश्चिमी घाट से लेकर गुजरात तक अपना असर दिखा चुका है। वहीं अब इसका असर मध्यप्रदेश में भी दिखने की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग ने आशंका व्यक्त की है कि 18 जून से राजस्थान से सटे ग्वालियर चंबल संभाग में तेज बारिश हो सकती है, साथ ही 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी भी चलेगी। मौसम विभाग ने बिपरजॉय के चलते यलो अलर्ट भी जारी किया है। इससे पहले प्री-मानसून गतिविधियां भी जारी रह सकती हैं, हालांकि प्रदेश के बड़े हिस्से में तेज गर्मी का असर भी देखने को मिलेगा।
राजस्थान के आसपास कम दबाव का क्षेत्र बना
भोपाल की मौसम विज्ञानी ममता यादव ने बताया है कि 19 जून या इससे पहले तूफान से संबंधित कम दबाव के क्षेत्र का केंद्र राजस्थान के उत्तरपूर्वी हिस्से में रहेगा। जिसके चलते ग्वालियर चंबल संभाग के ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां में तेज बारिश हो सकती है।
गुजरात से टकराया बिपरजॉय
बिपरजॉय तूफान गुरूवार को गुजरात और उससे सटे तटीय इलाकों से टकराया था। इस दौरान काफी तेज हवाओं के साथ बारिश और हाईटाइड देखने को मिला। माना जा रहा है कि यह तूफान अभी 3 से 4 दिन तक अपना असर दिखाएगा, जिसके चलते तेज हवा के साथ बारिश का दौर चल रहा है। वहीं राजस्थान तक इसका असर देखा जा सकता है।
मानसून पर लगाया ब्रेक
मौसम विभाग की मानें तो बिपरजॉय तूफान ने दक्षिणी राज्यों में ठहरे मानसून को आगे बढ़ने से रोक दिया है। इस कारण ग्वालियर चंबल संभाग को छोड़कर प्रदेश के बाकी के हिस्सों में तेज गर्मी लोगों को परेशान करेगी। वहीं मानसून भी एक हफ्ते से 10 दिन तक लेट हो सकता है। हालांकि अनेक क्षेत्रों में लोकल क्लाउड्स की वजह से गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना है।
टीकमगढ़ में पारा 43 पर
गुरूवार की बात की जाए तो राजधानी भोपाल में रात के वक्त तेज बारिश हुई वहीं टीकमगढ़ में पारा 43 डिग्री पर रहा। सीधी खजुराहो और जबलपुर समेत प्रदेश के ज्यादातर जिलों में पारा 40 डिग्री के ऊपर ही रहा।