संजय गुप्ता, INDORE. द सूत्र द्वारा 28 जून और 25 जुलाई को दो खबरें ब्रेक करते हुए बताया था कि ईडी ने भूमाफिया दीपक मद्दा और सुरेंद्र संघवी और उनके पुत्र प्रतीक संघवी के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में संपत्तियां अटैच करने की तैयारी शुरू कर दी है। द सूत्र की खबर पर ईडी की मुहर लग गई है। ईडी ने सहकारी सोसायटी के जमीन घपले में 500 करोड़ की संपत्तियों का अटैचमेंट कर लिया है। घोटाले के समय इन संपत्तियों की कीमत जरूर 22 करोड़ थी, लेकिन जिस तरह से जमीनों की कीमत इंदौर में बढ़ी है और यह सभी पॉश एरिया में जमीन स्थित है इनकी आज की बाजार कीमत ईडी ने ही 500 करोड़ की मानी है।
इन संपत्तियों को किया गया था चिन्हित
मनी लॉन्ड्रिंग में लिप्त पाई गई दीपक मद्दा उर्फ दीपक जैन उर्फ दिलीप सिसौदिया के साथ ही उसकी पत्नी समता जैन, उसकी कंपनियों के नाम की जमीन, टीनू उर्फ भूपेश संघवी, सुरेंद्र संघवी के बेटे प्रतीक संघवी आदि के नाम दर्ज जमीन को चिन्हित किया गया था। यह जमीन करीब आठ हेक्टेयर है।
इसमें यह संपत्तियां चिन्हित हुई थी
- खजरानाः सर्वे नंबर 1059/1, 1066/1, 1132/1532/2 की कुल 0.555 हेक्टेयर जमीन जो दिलीप सिसौदिया यानि मद्दा के नाम पर है।
यह फ्लैट और ऑफिस भी है चिन्हित
इसके साथ ही समता जैन के नाम पर आठ बी साउथ तुकोगंज 102 बी शालीमार कॉर्पोरेट सेंटर इंदौर का दफ्तर और दीपक जैन के नाम का 16, सांघी कॉलोनी 302 पूजा अपार्टमेंट इंदौर वार्ड 43 भी अटैच होगा।
चर्चित भूमाफिया हनी-टनी की संपत्तियां भी चिन्हित
ईडी ने हाल ही में मजदूर पंचायत सोसायटी की पुष्पविहार कॉलोनी में जमीन खरीदने वाले भूमाफिया केशव नाचानी उर्फ हनी, उनके बेटे कमल नाचानी की कंपनी जीनेक्स्ट ट्रेडिंग कंपनी, रिश्तेदार ओमप्रकाश वाधवानी उर्फ टनी के साथ ही मद्दा के रिश्तेदार मौसा अशोक पिपाडा, मद्दा की पत्नी समता जैन की कंपनी समता रियल्टी की प्रॉपर्टी की खरीदी-बिक्री पर रोक लगा दी है, इन्हें भी अटैच किया जा रहा है।
ईडी ने हनी-टनी की इन संपत्तियों को कर दिया है चिन्हित
ईडी ने केशव नाचानी उर्फ हनी के बेटे कमल नाचानी की संपत्तियों में बिचौली हप्सी के बिचौली मर्दाना के सर्वे नंबर 10/3/2 (0.092 हेक्टेयर), 10/3/3 (0.086), 10/3/4 (0.086), 10/3/8 (0.092) की संपत्तियों पर रोक लगा दी है। यह संपत्तियां मेसर्स जीनेक्स्ट ट्रेडिंग कंपनी प्रालि तर्फे डायरेक्टर कमल कुमार पिता केशवकुमार नाचानी, उषानगर के नाम पर है।
- इसके साथ ही केशव कुमार नाचानी की नार्थ यशवंतगंज, महंत कॉम्पलेक्स की संपत्ति, बडाड साराफा का एक संपत्ति, पलसीकर कॉलोनी की संपत्ति और जेल रोड की एक संपत्ति पर रोक लगा दी है।
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नाचानी ले चुका है पिंटू छाबड़ा का नाम
नाचानी मजदूर पंचायत की खरीदी गई जमीन को लेकर पिंटू छाबड़ा के खिलाफ बयान ईडी में दे चुका है। दरअसल इस सौदे की वजह पिंटू छाबड़ा ही थे। नाचानी ने होटल रेडिसन के सामने की जमीन का सौदा बिल्डर चुग से किया था, लेकिन बाद में छाबड़ा ने नाचानी से कहा कि वह इससे कम दाम में दूसरी जमीन दिलवा देंगे, यह जमीन उन्हें दे दो। नाचानी को फिर नसीम हैदर जो मजदूर संस्था में था, यह संस्था दीपक मद्दा के कब्जे में थी क्योंकि इसमें दीपेश वोरा जो मद्दा का रिश्तेदार है और कमलेश जैन जो मद्दा का भाई है, दोनों काबिज थे। नाचानी सौदे के लिए तैयार हो गए और उन्होंने नसीम हैदर से अप्रैल 2006 में यहां जमीन ले ली। साथ ही उनके रिश्तेदार ओमप्रकाश धनवानी ने भी जमीन खरीद ली। इसी जमीन में अब दोनों उलझ गए हैं। जिसे लेकर नाचनी, धनवानी के बयान ईडी पहले ही रिकार्ड पर ले चुकी है। पीएमएलए एक्ट की धारा 50 के तहत दिए गए बयान ही अपने आप में सबूत होते हैं।