राजस्थान में पूर्व मंत्री महेश जोशी के घर ED का छापा, बांसवाड़ा और डूंगरपुर में भी कार्रवाई

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Rahul Garhwal
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राजस्थान में पूर्व मंत्री महेश जोशी के घर ED का छापा, बांसवाड़ा और डूंगरपुर में भी कार्रवाई

मनीष गोधा, JAIPUR. केंद्र सरकार की योजना जल जीवन मिशन में हुए कथित घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने आज राजस्थान के पूर्व जलदाय मंत्री महेश जोशी के निवास पर छापा मारा और दस्तावेज खंगाले। ईडी की टीमों ने बांसवाड़ा और डूंगरपुर में भी इसी मामले में छापेमार कार्रवाई की है।

पूर्व मंत्री महेश जोशी से पूछताछ

ईडी की टीम मंगलवार सुबह करीब 6 बजे महेश जोशी के घर पर पहुंची और करीब 12 बजे तक वहां रही। इस दौरान कई दस्तावेज खंगाले और कंप्यूटर-लैपटॉप आदि की भी जांच की। माना जा रहा है कि ईडी की टीम ने महेश जोशी से पूछताछ भी की। ईडी के 6-8 अधिकारी आज मंगलवार को सुबह 3 गाड़ियों से महेश जोशी के घर पर पहुंचे और कार्रवाई की। इस दौरान उनके घर के बाहर केंद्रीय सुरक्षा बलों के हथियारबंद जवान तैनात रहे। बताया जा रहा है कि जयपुर के अलावा दिल्ली और गुजरात से भी ईडी के अधिकारियों को जांच टीम में शामिल किया गया है।

बांसवाड़ा और डूंगरपुर में भी ईडी का छापा

बताया जा रहा है कि अब ईडी महेश जोशी को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुला सकती है। इससे पहले ईडी पीएचई विभाग के कई अधिकारियों और ठेकेदारों के साथ ही आईएएस सुबोध अग्रवाल के ठिकानों पर भी इस मामले में छापेमारी कर चुकी है। महेश जोशी के अलावा बांसवाड़ा, डूंगरपुर और जयपुर में 2 अधिकारियों और 2 ठेकेदारों के ठिकानों पर भी आज ईडी की कार्रवाई की जानकारी है। हालांकि इस पूरे मामले को लेकर फिलहाल ईडी की ओर से कोई बयान जारी नहीं किया गया है।

महेश जोशी के करीबियों के खिलाफ एक्शन

जल जीवन मिशन में कथित घोटाले के आरोपों के चलते ईडी ने पहली छापेमारी 1 सितंबर 2023 को की थी। तब प्रदेशभर में पीएचई विभाग के अधिकारियों और ठेकेदारों के 20 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। जयपुर के साथ ही शाहपुरा, विराटनगर और दूदू में भी ईडी ने छापेमारी की थी। इसके बाद पूर्व मंत्री महेश जोशी के करीबी माने जाने वाले लोगों पर भी ईडी ने छापेमारी की थी। ईडी ने जल जीवन मिशन घोटाले के मामले में अधिकारी संजय कौशिक और महेश जोशी के करीबी माने जाने वाले संजय बड़ाया के ठिकानों पर भी छापेमारी की थी। इस मामले में ईडी ने बैंक लॉकर्स भी खंगाले थे। 2 संदिग्ध बैंक लॉकर्स से 9.5 किलो सोना जब्त किया था, जिसकी अनुमानित कीमत 5.86 करोड़ रुपए है। इससे पहले एक ठिकाने से 2.32 करोड़ रुपए नगद भी बरामद किए गए थे।

जल जीवन मिशन में फर्जी कंप्लीशन सर्टिफिकेट्स

हाल में राजस्थान हाईकोर्ट ने भी इस मामले को लेकर सरकार से कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी थी। पूर्व मंत्री और ठेकेदारों के अलावा विभाग के पूर्व एसीएस सुबोध अग्रवाल पर भी घोटाले में नाम है। जल जीवन मिशन में फर्जी कंप्लीशन सर्टिफिकेट्स के जरिए भुगतान उठाए गए। राजस्थान में विधानसभा चुनावों से पहले ही ईडी ने इस मामले को लेकर अपनी कार्रवाई शुरू कर दी थी।

ये था मामला

गणपति ट्यूबवेल और श्री श्याम कृपा ट्यूबवेल कम्पनी ने इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड (भारत सरकार के उपक्रम) के फर्जी कम्पलेशन सर्टिफिकेट पेश करके जल जीवन मिशन में करीब 900 करोड़ रुपए के टेन्डर प्राप्त कर लिए। पब्लिक अगेंस्ट करप्शन संस्था की ओर से इस मामले में जांच के लिए हाईकोर्ट में पीआईएल भी दायर की जा चुकी है, जिस पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने सरकार से कार्रवाई रिपोर्ट भी मांगी थी। पब्लिक अगैन्स्ट करप्शन संस्था के आजीवन सदस्य और अधिवक्ता डॉ. टीएन शर्मा ने बताया कि उन्होंने मामले में पुलिस कमिश्नर और भ्रस्टाचार निरोधक ब्यूरो के पुलिस महानिदेशक को बार-बार लिखा मगर कोई कार्रवाई नहीं की गई।

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