इंदौर के भूमाफिया चंपू के बेटे आर्जव पर FIR, कालिंदी गोल्ड कॉलोनी में जमीन की धोखाधड़ी, पिता-भाई, पत्नी के बाद अब बेटा भी आरोपी

author-image
Jitendra Shrivastava
एडिट
New Update
इंदौर के भूमाफिया चंपू के बेटे आर्जव पर FIR, कालिंदी गोल्ड कॉलोनी में जमीन की धोखाधड़ी, पिता-भाई, पत्नी के बाद अब बेटा भी आरोपी

संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर के सबसे शातिर भूमाफिया चंपू उर्फ रितेश अजमेरा का बेटा आर्जव अजमेरा भी अब जमीन धोखाधड़ी केस में आरोप बन गया है। कालिंदी गोल्ड की 15 करोड़ की जमीन की धोखाधड़ी में उस पर चार सौ बीसी धारा के साथ ही आईपीसी धारा 34 में बाणगंगा थाने में केस हुआ है। चंपू अजमेरा पर तो पहले से ही कई केस हैं और लंबे समय जेल में रहने के बाद वह अभी जमानत पर है। उसके पिता पवन अजमेरा यानि आर्जव के दादा भी जमीन धोखाधड़ी में आरोपी हैं और जेल जा चुके हैं। वे जमानत पर है,वहीं चंपू का भाई नीलेश अजमेरा भगोड़ा घोषित है। चंपू की पत्नी योगिता अजमेरा भी आरोपी है, चंपू के भाई नीलेश की पत्नी सोनाली अजमेरा भी अरोपी है। यानि पूरा अजमेरा परिवार अब आरोपी बन गया है। इस जमीन को लेकर द सूत्र ने काफी दिन पहले खुलासा किया था कि इलेक्ट्रिक बाजार में काम करने वाले अनोखेलाल पाटीदार के पास करोड़ों की जमीन चली गई है। इंदौर जिला प्रशासन द्वारा कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी के आदेश पर यह एफआईआर हुई है। प्रशासन की जांच में यह धोखाधड़ी की बात सामने आई थी जिसके बाद थाने में केस दर्ज कराया गया।



आवासीय नक्शा पास होने के बाद खेती की जमीन बचाकर बेची, स्टाम्प ड्यूटी भी चोरी की



चंपू अजमेरा को सुप्रीम कोर्ट से इसी बात पर सशर्त जमानत मिली है कि वह लोगों को प्लाट लौटाएगा। लेकिन, वहीं हाईकोर्ट की कमेटी के सामने वह बोल रहा है कि प्लाट नहीं है। लेकिन यहीं पर ग्राम भांग्या में कालिंदी गोल्ड की जमीन सर्वे नंबर 25/2 की 1.823 हेक्टेयर में से 0.823 हेक्टेयर जमीन कंपनी बनाकर दूसरों के नाम शिफ्ट कर दी गई, जबकि इस सर्वे नंबर पर भी कालिंदी गोल्ड का नक्शा पास है और यह जमीन कायदे से पीड़ित प्लाटधारकों को मिलना थी। इस जमीन पर टीएंडसीपी का नक्शा साल 2010 में ही पास हो गया था जो कालिंदी गोल्ड कॉलोनी में ही थी। यह नक्शा आशाबाई, शिवकुमारी व अन्य विकासकर्ता गोल्ड सिटी डेवलपर्स महावीर जैन ने पास कराया था। बाद में पुलक बिल्डकॉन फर्म का गठन किया गया, यह फर्म साल 2020 में बनाई गई। इसमें चंपू का बेटा आर्जव और अनोखेलाल पाटीदार पार्टनर थे। बाद में मार्च 2021 में आर्जव रिटायर हो गया और फिर पुनित जैन व प्रसाद कानसे पार्टनर बने। बाद में अनोखेलाल जनवरी 2022 में रिटायर हो गया। इस जमीन की बिक्री के दौरान आवासीय नक्शा पास होने के बाद भी इसे कृषि बचाकर बेचा गया और करोड़ों की स्टॉम्प ड्यूटी की चोरी की गई। वहीं कालिंदी गोल्ड के प्लेटिनम ब्लॉक के सभी प्लाट इसी जमीन पर थे जो मूल रूप से पीड़ितों को मिलने थे, लेकिन इसे कृषि जमीन बताकर बेच डाला गया और इस तरह 15 करोड़ की जमीन की धोखाधड़ी की गई। 



आर्जव के साथ चार आरोपी, अनोखेलाल टेप सुधारने वाला मैकेनिक



आर्जव के साथ ही इसमें अनोखेलाल पाटीदार, प्रसाद कानसे, पुनित जैन और नारायण आरोपी है। इस पूरे मामले में चंपू ने एक बार फिर पुरानी रणनीति अपनाते हुए अपने यहां काम करने वाले और छोटे तबके के लोगों को डायरेक्टर बनाकर खेल किया है। अनोखेलाल पाटीदार भी इंदौर के महारानी रोड पर काम करने वाला एक मामूली टेप सुधारने वाला है।



कमेटी भी चौंककर बोली थी- परिवार में सभी को आरोपी बनवा दिया



उल्लेखनीय है कि जब कमेटी ने मई में इस मामले में सुनवाई की थी और चंपू अजमेरा परिवार के एक के बाद एक सदस्य आरोपी बनकर सामने आए थे, तब कमेटी के रिटायर जज ने कहा था कैसे काम किया तुमने, पूरे परिवार को ही उलझा दिया है। घर में काम करने वाली महिलाओं से लेकर सभी को आरोपी बनवा दिया।


इंदौर Indore Champu Ajmera चंपू अजमेरा