BHOPAL. भोपाल में कुत्ते के काटने से 7 माह के बच्चे की मौत के मामले में पहली बार डॉग लवर्स के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। पेट लवर्स पर शासकीय कार्य में बाधा डालने, गाली-गलौज करने समेत अन्य आरोपों में FIR दर्ज करवाई है। वहीं सीएम मोहन यादव ने कुत्ते के काटने से हुई बच्चे की मौत के मामले में संज्ञान में लिया है।
सीएम यादव ने दिए 4 लाख की सहायता के निर्देश
भोपाल डॉग बाइट से मौत के मामले में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी संज्ञान लिया है। सीएम डॉ. मोहन यादव ने स्ट्रीट डॉग के काटने से मौत मामले में दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को निर्देशित किया कि इस तरह की घटना ना हो, इसके लिए प्रबंध किए जाएं। मुख्यमंत्री ने इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए समाज से सुझाव भी आमंत्रित किए है। वहीं मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मृतक के परिजनों को चार लाख रुपए की सहायता राशि देने के निर्देश भी दिए हैं।
5 डॉग लवर्स और 52 आवारा कुत्तों पर कार्रवाई
वहीं सीएम मोहन यादव के निर्देश के बाद भोपाल नगर निगम हरकत में आया और आवारा कुत्तों को पकड़ने में तेजी की, लेकिन आवारा कुत्तों को पकड़ने में डॉग लवर्स काफी बाधा बन रहे थे। निगम की कार्रवाई के दौरान पेट लवर्स ने नोक झोंक भी की। जिसके बाद नगर निगम ने 5 डॉग लवर्स पर FIR दर्ज कराई है। ये FIR शासकीय कार्य में बाधा डालने, गाली गलौज करने समेत अन्य आरोपों में दर्ज कराई गई है। वहीं निगम की कार्रवाई में 52 आवारा कुत्तों को पकड़कर ABC सेंटर भेजा गया है।
ये था पूरा मामला
दरअसल भोपाल के मिनाल इलाके में आवारा कुत्तों ने 7 माह के मासूम बच्चे को अपना शिकार बनाया था। कुत्तों ने बच्चे को नोंचकर मार डाला था। कुत्ते ने ऐसे हमला किया था बच्चे का एक हाथ ही कटकर अलग हो गया था। इसकी फोटो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गई थी। बता दें कि भोपाल में इस तरह की ये पहली घटना नहीं है, चार दिन पहले ही एमपी नगर जोन वन प्रेस कॉम्प्लेक्स में रात आठ बजे के लगभग पागल एक कुत्ते ने 21 लोगों को काट लिया था।
डॉग लवर बोली- कुत्ते नहीं बल्कि, बच्चे आवारा हैं
भगवानदास उम्र 32 वर्ष अपनी पत्नी और 4 साल की मासूम बेटी के साथ सर्वधर्म कॉलोनी कोलार में रहते हैं। दिनांक 3 नवंबर 2022 को लावारिस आवारा कुत्तों के झुंड में से एक कुत्ते ने उनकी बेटी पर हमला कर दिया। वह चुपचाप अपनी बच्ची को इलाज के लिए ले गए और इस घटना की जानकारी नगर निगम को दी। जब नगर निगम की टीम कुत्तों को पकड़ने के लिए आई तो एक महिला नगर निगम की टीम से भिड़ गई। भगवानदास का आरोप है कि महिला ने न तो इलाके के कुत्तों की नसबंदी होने दी और न ही उन्हें पकड़कर ले जाने दिया। उल्टा यह कहती है कि सर्वधर्म कॉलोनी के कुत्ते नहीं, बल्कि बच्चे आवारा हैं। उन्हें घर के अंदर रहना चाहिए। लोगों ने बताया कि महिला खुद को डॉग लवर कहती है। मोहल्ले में तमाम आवारा कुत्तों को बुलाकर खाना खिलाती है, लेकिन उन्हें अपने घर के अंदर नहीं ले जाती। कुछ कहो तो लड़ने लगती है। पुलिस थाने में जाकर शिकायत कर देती है।