BILASPUR. बिलासपुर में कांग्रेस से पूर्व विधायक अरुण तिवारी के सनसनीखेज खुलासे और महापौर के साथ बातचीत का ऑडियो सामने आने के बाद सियासी गलियारे में हड़कंप मच गया है। ऑडियो और आरोपों को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। पूर्व विधायक ने बिलासपुर महापौर रामशरण यादव का एक ऑडियो वायरल किया है। वायरल ऑडियो में टिकट वितरण में करोड़ों के लेनदेन की बात सामने आई है। वहीं आरोपों को लेकर महापौर रामशरण यादव ने सफाई दी हैं।
महापौर यादव ने आरोप को बताया निराधार
आरोपों और वायरल ऑडियो को लेकर बिलासपुर महापौर रामशरण यादव का कहना है कि पूर्व विधायक अरुण तिवारी उनके वार्ड के रहवासी हैं जो समय-समय पर वार्ड के काम को लेकर उनसे संपर्क करते हैं, फोन के जरिए भी उनसे बात होती है। मेयर होने के नाते जब भी कोई फोन आता है वे लोगों से बात करते हैं। अरुण तिवारी से भी भाईचारे के नाते कई बार बात हुई है, लेकिन अब जिस तरह ऑडियो के जरिए उन पर आरोप लगाया जा रहा है, वो सब निराधार है। उन्होंने इस तरह किसी पर भी आरोप प्रत्यारोप नहीं लगाया है। लगातार 35 सालों से कांग्रेस के लिए काम करते आ रहे हैं।
कांग्रेस में टिकट वितरण में हुआ करोड़ों का खेल
बता दे कि बुधवार को पूर्व विधायक अरुण तिवारी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए उनके और बिलासपुर महापौर रामशरण यादव के बीच मोबाइल पर हुई बातचीत के ऑडियो के हवाले से कहा है कि कांग्रेस में टिकट वितरण में करोड़ों का खेल हुआ है। अरुण तिवारी ने ऑडियो सुनाते हुए महापौर रामशरण यादव के पार्टी के खिलाफ लगाए गए आरोपों को सामने भी लाया है। ऑडियो में स्पष्ट रूप से रामशरण यादव द्वारा टिकट को लेकर बड़ा लेनदेन का आरोप लगाया गया है। ऑडियो में बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय के कामकाज को लेकर भी टिप्पणी की गई है।
पार्टी में की शिकायत लेकिन सुनी नहीं गई
अरुण तिवारी ने कहा कि उन्होंने इस बात की शिकायत बकायदा पार्टी फोरम में भी की है और कुमारी शैलजा से लेकर प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व को विभिन्न गतिविधियों से अवगत कराया, लेकिन उनकी कहीं भी सुनी नहीं गई। अरुण तिवारी ने बताया कि मीडिया के माध्यम से वो पार्टी के इन गतिविधियों को उजागर करना चाहते हैं ताकि ये बातें ऊपर तक जाए और उनकी सुनवाई हो। ऑडियो में टिकट ना मिलने से नाराज कांग्रेसी नेता रामशरण यादव ने रोष जाहिर करते हुए कहा है कि वो लाइव रिपोर्ट में सबसे आगे थे लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला। अरुण तिवारी ने मीडिया से कहा कि रामशरण फिलहाल डरे हुए हैं इसलिए वो खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं।