JAIPUR. राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि मोदी काम कम और पब्लिसिटी ज्यादा करते हैं... मार्केटिंग में तो उनका कोई मुकाबला ही नहीं है... हमारी कांग्रेस की सरकारें काम ज्यादा और मार्केटिंग कम करती हैं। प्रधानमंत्री किसान के खाते में 4 महीने में 2-2 हजार भेजते हैं। मतलब साल के 6 हजार रुपए देकर वाहवाही लूट रहे हैं।
अब इसके लिए कई दिन तक बड़े-बड़े विज्ञापन आएंगे। फिर डीबीटी होगी तो उसकी खुशियां मनाई जाएंगीं। हम किसान की 2000 यूनिट फ्री करके उसे 1800 रुपए प्रति माह का फायदा दे रहे हैं। साल में यह फायदा 22 हजार का होता है। हमें भी गणित आती है भाई… ये हकीकत है और हकीकत को कोई झुठला नहीं सकता है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार (18 जून) को राजस्थान किसान महोत्सव के समापन समारोह में बीजेपी की कार्यशैली पर जमकर हमला बोला।
गाय के नाम पर राजनीति कर रही बीजेपी
सीएम गहलोत ने कहा कि हम गौशाला में अनुदान दे रहे हैं। लंपी रोग में पशुपालकों की मदद कर रहे हैं। लेकिन गाय के नाम पर राजनीति भारतीय जनता पार्टी कर रही है। कांग्रेस ने कभी कहा क्या हमें गाय के नाम पर वोट दो। ये हमारा धर्म कहता है, हमारा कर्म कहता है।
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15 साल पुराना वादा आज भी निभा रहे- गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जब 15 साल पहले मैं मुख्यमंत्री बना था। उस समय बिजली की दर 5 रुपए प्रति यूनिट हो गई थी। लेकिन हमने किसानों से वादा किया था कि हम किसान को 90 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से ही बिजली देंगे। उस वादे को हम आज भी निभा रहे हैं। इसके बदले हम बिजली कंपनियों को अनुदान दे रहे हैं। अगर 5 रुपए यूनिट के हिसाब से माफ की गई 2000 यूनिट की गणना की जाए तो हम प्रतिमाह किसानों को 10 हजार रुपए का फायदा पहुंचा रहे हैं।
'हमने किसानों का 14 हजार करोड़ का कर्जा माफ किया'
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जब हमारी सरकार बनी तो हमने 2 दिन में अपना वादा निभाते हुए किसानों का 14 हजार करोड़ का कर्जा माफ किया। इसके अलावा पिछली सरकार का भी किसानों का 6 हजार करोड़ का कर्ज भी माफ किया। लेकिन जहां तक राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्ज का मामला है, हमने इसे लेकर कई बार मोदी सरकार को पत्र लिखा। हमने यहां तक कहा है कि आप बैकों से सेटलमेंट कर लो। किसानों के हिस्से की राशि राज्य सरकार दे देगी। लेकिन केन्द्र सरकार ऐसा नहीं कर रही है।
ये किसानों का कर्जा कभी माफ नहीं करेंगे
ये लोग (केंद्र सरकार) उद्योगपतियों का 10 लाख करोड़ का कर्जा माफ कर सकते हैं। लेकिन किसानों का 1 लाख करोड़ का कर्जा माफ नहीं करना चाहते हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि लोकसभा में एक सवाल के जवाब में इनसे पूछा गया था कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तर्ज पर आप भी किसानों का कर्जा माफ करने की मंशा रखते है क्या? इस पर जवाब आया कि हम किसान का कर्जा माफ नहीं करेंगे और कर्ज माफ करना भी नहीं चाहिए। आदत ऐसी हो जाएगी कि चुकाएंगे ही नहीं। गहलोत ने कहा कि जिस सरकार की मंशा ही ऐसी हो उसके लिए क्या कहेंगे।