संजय गुप्ता, INDORE. कानून के हाथ लंबे होते हैं, अपराध करने वाला कितना भी चालाक क्यों न हो, कोई न कोई सबूत छोड़ ही जाता है। यह फिल्मी डॉयलॉग तो खूब सुने हैं और इसका वास्तविकता में भी सत्य करते हुए इंदौर पुलिस ने दिखाया है। मात्र पांच रुपए के कुरकुरे के पैकेट के जरिए पुलिस अंधे कत्ल के दो हत्यारों तक पहुंच गई।
यह है पूरा मामला
इंदौर तेजाजी नगर पुलिस ने अंधे कत्ल का खुलासा करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस कुरकुरे के पैकेट के आधार पर आरोपियों तक पहुंची है। पैकेट शव के पास पड़ा मिला था। एडिशनल डीसीपी-1 आलोक शर्मा के मुताबिक, नायता मुंडला स्थित कलाली के समीप एक अधेड़ का रक्त रंजित शव मिला था। काफी मशक्कत के बाद उसकी पहचान गोपाल सिंह उर्फ भवानी पंवार निवासी बारोड़ पिपलिया देवास के रूप में हुई। 55 वर्षीय भवानी उसी क्षेत्र में घूमते हुए शराब की खाली बोलते बेचता था। सुनसान जगह होने से पुलिस को न प्रत्यक्षदर्शी मिला, न किसी से दुश्मनी होना पाया गया।
इस तरह कुरकुरे के पैकेट ने पकड़वा दिए हत्यारे
छानबीन के दौरान पुलिस ने मौके से कुरकुरे का खाली पैकेट उठाया। कुछ ही दूरी पर स्थित दुकानदार से पूछताछ की तो बताया कि एक युवक कुरकुरे खरीदने आया था। उसने पांच रुपए का पैकेट खरीदा और उसका भुगतान ई-वालेट फोन-पे से किया। पुलिस ने यूपीआइ से मोबाइल नंबर निकाले और आरोपितों की शिनाख्त कर ली।
गुस्से में आकर कर दी हत्या
दोनों आरोपी खरगोन जिले के रहने वाले हैं। जब मृतक ने खाने के पैसे मांगे थे तब आरोपियों ने इस घटना को आक्रोश में आकर अंजाम दिया था। दोनों ने पास में पड़े पत्थर को सिर पर मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने दीपेंद्र मोरे उम्र 36 साल ग्राम उधयपुर जिला खरगोन व दुलिया बारेला ग्राम उदयपुर जिला खरगोन को गिरफ्तार किया है।