आमीन हुसैन, RATLAM. आम आदमी को महंगाई से राहत दिलाने केंद्र सरकार ने प्याज के निर्यात पर 40 फीसदी की एक्साइज ड्यूटी लगा दी है। सरकार के इस फैसले से किसानों में नाराजगी है। किसान सड़कों पर उतरकर इस फैसले का विरोध करने बाध्य हो गया है। दरअसल काफी समय से प्याज के दाम नरम ही हैं, लंबे समय से किसान प्याज की फसल पर घाटा उठा रहे थे। इस साल प्याज के दाम अच्छे हैं लेकिन सरकार ने निर्यात पर बंदिश लगा दी है, जिससे किसानों को एक बार फिर घाटा उठाने का भय सता रहा है। नाराज किसानों ने रतलाम में मंडी का गेट बंद कर प्रदर्शन शुरु कर दिया।
नारेबाजी और प्रदर्शन किया
रतलाम में कृषि उपज मंडी के गेट पर आंदोलनकारी किसानों ने जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया। किसान संगठनों का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगें पूरी नहीं करेगी, तब तक मंडी को बंद रखेंगे। खबर यह भी है कि रतलाम में किसान संगठनों को कांग्रेस का समर्थन प्राप्त है। इधर किसान मंडी गेट पर ही बैठ गए दावा है कि जब तक सरकार मांगें पूरी नहीं करेगी मंडी खुलने नहीं दी जाएगी। इधर किसानों का प्रदर्शन होने की खबर पर बड़ी संख्या में मौके पर पुलिस भी तैनात कर दी गई।
- यह भी पढ़ें
किसान नेता संजय राम पाटीदार ने विरोध करते हुए कहा कि सरकार की नीति किसानों के लिए अच्छी नहीं है और यह फैसला किसानों के लिए बड़ा नुकसान का फैसला है इसलिए आज हमने मंडी का गेट बंद किया लगातार हम विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं आज रतलाम मंडी बंद है तक हमारी मांगे पूरी नहीं होंगी अनिश्चितकालीन रतलाम की मंडी हम बंद रखेंगे।
टमाटर जैसे न हो हाल इसलिए सरकार ने उठाया कदम
दरअसल टमाटर के बढ़ते दामों ने सरकार को मुश्किल में डाल दिया था, अब प्याज के दाम भी चुनावी बयार के समय बढ़ न जाएं इसलिए सरकार ने निर्यात पर अंकुश लगाने ड्यूटी बढ़ा दी। वहीं दूसरी ओर इस फैसले से किसान और व्यापारी दोनों नाराज है। उनका मानना है कि इस फैसले से किसानों को उनकी उपज के वाजिब दाम नहीं मिल पाएंगे।