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संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर जिला प्रशासन द्वारा अवैध खनन को लेकर शुरू की गई कार्रवाई के बाद भी खनन माफिया रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। सोमवार को खनिज विभाग की टीम ने देपालपुर में अवैध खनन करते हुए जेसीबी, डंपर, ट्रक को जब्त करने की कार्रवाई की, जिसमें करोड़ों को पेनल्टी बनेगी। मामला गंभीर देखते हुए खनन माफियाओं ने इसमें दबाव बनाना शुरू कर दिया। जब इससे बस नहीं चला तो देपालपुर से ही एक सत्ताधारी दल के पूर्व विधायक से फोन लगवाने शुरू हो गए, लेकिन इसमें वाहनों की जब्ती हो चुकी थी और भारी पेनल्टी लगेगी इसके चलते प्रशासन और खनिज विभाग ने इस मामले में कोई भी मदद करने से असमर्थता जता दी।
यह वाहन हुए हैं जब्त
बताया जा रहा है कि किसी खनन माफिया मकवान द्वारा यह अवैध खनन का काम किया जा रहा है। जब्त वाहन एमपी 09 जीएफ 1241, आरजे 09 जीडी 7441, जेसीबी एमपी 09 जीजी 7563 है। एक वाहन महेंद्र ठाकुर पिता जसंवत सिंह ठाकुर के नाम पर है। बाकी वाहनों की भी जानकारी निकाली जा रही है। यह वाहन बेटमा थाने में जब्त कराए गए हैं।
खदान का हिसाब निकालकर बनेगी पेनल्टी
अब इस मामले में खनिज विभाग द्वारा मौके की जांच कर खदान का हिसाब निकाला जाएगा कि कितना अवैध खनन किया गया है। फिर उसकी बाजार भाव से कीमत निकालकर 20 गुना पेनल्टी भी लगेगी। ऐसे में मामला करोड़ों की पेनल्टी तक जाएगा। इसी को देखते हुए खनन माफिया नेताओं की शरण में चले गए हैं।
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इसके पहले भी मंत्री सिलावट और ठाकुर के बीच हो चुका है विवाद
इसके पहले प्रशासन ने ग्राम बारोली सांवेर में अवैध खनन का मामला पकड़ा था जिसमें करीब पौने सात करोड़ की पेनल्टी बनाई गई है। इस मामले में भी नेताओं ने दखल दिया जिसमें एक मंत्री तुलसी सिलावट पर खनन कार्रवाई में रियायत बरतने के आरोप लगे तो वहीं मंत्री ऊषा ठाकुर ने प्रशासन से इस मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए सभी वाहन राजसात करने के लिए कलेक्टर को चिट्ठी तक ही लिख दी थी। अब देपालपुर एरिया में अवैध खनन का मामला और फिर नेताओं का हस्तक्षेप सामने आया है।