संजय गुप्ता, INDORE. हिट एंड रन एक्ट में नए संशोधन के बाद ड्राइवर संगठन में भारी नाराजगी है और उन्होंने वाहनों को खड़ा करना शुरू कर दिया है। खासकर समस्या पेट्रोल-डीजल के टैंकर और रसोई गैस का लाने वाले ट्रकों को खड़ा करने से हो रहा है। इंदौर पेट्रोल-डीजल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र वसु ने कहा कि आपूर्ति में बाधा आ रही है और यही हालत रहे तो रात से एक-एक कर पंप ड्राय होना शुरू हो जाएंगे। शहर में 95 पेट्रोल-डीजल पंप है। पूरे शहर में चौराहों पर जाम लगना शुरू हो गया है। उधर कलेक्टर डॉ. इलैया राजाटी ने बताया कि सभी अधिकारी मैदान में हैं और जहां भी ट्रैफिक बाधित किया जा रहा है उसे खुलवाया गया है, पेट्रोल-डीजल डीलर्स के साथ बैठक बुलाई है। पूरी स्थिति पर नजर है।
इंदौर-भोपाल मार्ग भी हुआ बाधित
इंदौर-भोपाल मार्ग भी बाधित हो गया है। जगह-जगह पर बस, ट्रक खड़े हो गए हैं। प्राइवेट बसों के ड्राइवर भी वाहन चलाने से मना कर रहे हैं। वाहन खड़े होने से इंदौर-भोपाल के बीच मार्ग बाधित हो गया है। हालत यह है कि एआईसीटीएसएल से हर आधे घंटे में भोपाल के लिए चलने वाली बस प्रभावित हो गई है, सिटी बसों का संचालन भी प्रभावित हो रहा है।
शहर के अंदर चौराहों पर खड़े हो रहे ड्राइवर
इंदौर के गंगवाल बस स्टैंड चौराहे पर बैरिकेड्स लगाकर रास्ते बंद कर दिए। ट्रक और बस ड्राइवर एसोसिएशन के मैदान में उतरने के कारण शहर के कई चौराहों पर जाम लग गया। इस वजह से स्कूल जाने वाले बच्चों की बसें भी फंसी हुई हैं। महू वाले रास्ते पर आर्मी के अधिकारियों के भी फंसने की सूचना है।
रात से ही ट्रक खड़े करना शुरू हो गया था
इसके अलावा ट्रक ड्रायवर्स ने भी रात 2 बजे से ट्रक खड़े करने शुरू कर दिए हैं। यह ट्रक शहर के आउट और कई बायपास सहित बस और ट्रक स्टैंड पर खड़े करने शुरू कर दिए हैं। यह सभी ड्रायवर्स हिट एंड रन केस को लेकर केंद्र सरकार के नए कानून के विरोध कर रहे हैं। हालांकि यह हड़ताल ट्रांसपोर्टर्स द्वारा नहीं बल्कि सिर्फ ड्रायवर्स ने की है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को लिखा पत्र
ऑल मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के पदाधिकारी और इंदौर ट्रक ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सीएल मुकाती ने बताया कि इस मामले को लेकर कई स्थानों से सूचनाएं आ रही हैं कि ट्रक ड्राइवर्स अपनी गाड़ियां छोड़कर जा रहे हैं। हमने इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र भी लिखा है, जिसमें कानून वापस लेने के लिए पुनर्विचार करने की बात लिखी है। अगर सरकार कानून वापस लेने से मना करती है तो हम सब मिलकर आंदोलन के साथ चक्काजाम करेंगे।
दो जनवरी को होगी बैठक
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के अध्यक्ष अमृतलाल मदान ने कहा कि हम 2 जनवरी को देशभर के ट्रांसपोटर्स की बैठक करने वाले हैं। इसमें आगे के लिए निर्णय लिए जाएंगे। इस नियम के आने के बाद भारी वाहन चालक अपनी नौकरियां छोड़ रहे हैं। अमृतलाल मदान ने बताया कि भारतीय न्याय संहिता 2023 में एक्सीडेंट में दोषी वाहन चालकों को 10 साल की सजा का प्रावधान है, जो हमारे परिवहन उद्योग को खतरे में डाल रहा है। प्रावधान को लेकर अपनी चिंताएं जाहिर करते हुए कहा कि "हिट एंड रन के मामलों में कड़े कदम उठाने की जरूरत जरूर है और इसके पीछे इरादा भी सरकार का अच्छा है, लेकिन जो कानून प्रस्तावित है उसमें कई सारी खामियां हैं। इस पर दोबारा सोचने की जरूरत है।