संजय गुप्ता, INDORE. विधानसभा चुनाव नजदीक आते देख और अब इंदौर में नौ माह समय गुजारने के बाद इंदौर कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने अधिकारियों पर सख्ती शुरू कर दी है। इसका पहला केस उन्होंने एसडीएम बिचौली हप्सी प्रिया वर्मा को हटाकर दिया तो दूसरा उदाहरण दो दिन मे ही राउ एसडीएम पद से विजय मंडलोई को हटाकर दे दिया। राउ में अब राकेश परमार को एसडीएम बनाया गया है, वहीं बिचौली में एसडीएम कल्याणी पांडे को एसडीएम बनाया गया है।
पॉवरफुल थी प्रिया वर्मा, बीजेपी कार्यकर्ता को चांटा भी मार चुकी
एसडीएम प्रिया वर्मा बैच 2018 की डिप्टी कलेक्टर है। जब कांग्रेस की सरकार थी तब उस दौरान राजगढ़ एसडीएम रहने के दौरान हुए एक प्रदर्शन में उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ता को चांटे भी मारे थे। तब कलेक्टर निधि निवेदिता था। उस समय बीजेपी ने भारी विरोध किया था, जब सरकार बदली तो माना निवेदिता को लूपलाइन में कर दिया गया। माना गया कि प्रिया के साथ भी यही होगा, लेकिन वह और अधिक पॉवर में आई और प्रिया वर्मा की इंदौर में पोस्टिंग हो गई। बीजेपी सरकार ने भी उनका चांटा कांड भुला दिया और वहीं होम टाउन चेंज करने की उनकी फाइल मुख्य सचिव के विरोध के बाद भी मंजूर हो गई, बताया जाता है कि संघ के किसी बड़े पदाधिकारी के दबाव में यह हुआ था। इसी पॉवर के चलते प्रिया वर्मा ने कलेक्टर के भी आदेशों को तवज्जो देना बंद कर दिया था। कई बार कलेक्टर के निर्देश उन्होंने नहीं माने, अवैध कॉलोनियों को लेकर बीजेपी के पूर्व पार्षद पुष्पेंद्र चौहान व उनके साथियों की शिकायत को भी दरकिनार कर दिया। इन सभी हरकतों के चलते कलेक्टर ने उनका प्रभार छीन लिया और अब शाखाओं का प्रभारी बनाया है।
राउ एसडीएम मंडलोई की पहुंची शिकायत
इसी तरह राउ एसडीएम विजय मंडलोई के पास काम के नाम पर तो कुछ खास नहीं था, लेकिन वह दूसरे कामों की जमावट ज्यादा करने लगे थे, इसकी शिकायत कुछ दिन पहले ही कलेक्टर को सबूतों के साथ हो गई। इसमें एक पट्टे की जमीन को कब्जा मुक्त करने को लेकर भी थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी एक साल से उन्होंने खासगी ट्रस्ट के पब्लिक ट्रस्ट में नए सिर से रजिस्ट्रेशन की कार्रवाई तक नहीं की, जिसमें सामने वाले पक्षकार इसमें अवमानना लगाने की तैयारी कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश से खासगी ट्रस्ट को एक माह में आवेदन लेकर पब्लिक ट्रस्ट रजिस्ट्रार को नए सिरे से बनाना है, जिस पर मंडलोई ने कोई कार्रवाई नहीं की है। इन सभी के चलते उन्हें भी हटा दिया गया।
इन शाखाओं का इन्हें दिया गया प्रभार
- संयुक्त कलेक्टर राकेश मोहन- इन्हें भू-अभिलेख, सहायक उप जिला निर्वाचन अधिकारी, लोक सूचना अधिकारी जैसी शाखाएं दी गई है।
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इधर... नगर निगम में भी काम का बंटवारा
- निगमायुक्त हर्षिका सिंह ने भी नए अधिकारी आने के बाद नए सिरे काम का विभाजन कर दिया है। तीन आईएएस दिव्यांक, सिद्दार्थ जैन और अभिलाष मिश्रा के पास अहम काम दिए गए हैं।