संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर शहर अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद पहली बार भोपाल पहुंचे सुरजीत सिंह चड्ढा ने पूर्व सीएम और पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ के साथ ही पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह से मुलाकात की। दोनों ने ही चुनाव की तैयारी के लिए जुट जाने के लिए कहा और साथ ही संदेश दिया कि किसी को अलग मत करना सभी को जोड़कर आगे चुनाव के लिए जुट जाना, सभी को साथ लेकर चलना। एकजुट कांग्रेस रही तो इंदौर में बीजेपी पर भारी पड़ेगी।
विधानसभा एक, दो को लेकर इश्यू नहीं
सार्वजनिक मुलाकात के बाद कमलनाथ ने अलग से चड्ढा से चर्चा की। इसमें टिकट वितरण की भी बात उठी। इसमें कहा गया कि राहुल गांधी के सर्वे के साथ ही स्थानीय स्तर पर भी सर्वे किए गए हैं और इन्हीं सर्वे के आधार पर टिकट दिए जाएंगे। इंदौर को लेकर सामने आया कि यहां की शहर की पांच विधानसभाओं में से एक, दो को लेकर कोई विवाद नहीं है, चार में भी कम ही दावेदार है, लेकिन तीन और पांच सीट को लेकर सबसे ज्यादा टसल चल रही है। विधानसभा एक से संजय शुक्ला और दो से चिंटू चौकसे अंदरूनी तौर पर तय हो चुके हैं। विधानसभा चार से अक्षय बम और राजा मंधानी ही दावेदार है लेकिन यहां विवाद जैसी स्थिति नहीं है, चड्ढा ने कहा कि पार्टी आदेश देगी तो वह चुनाव लड़ने के लिए तैयार है, तय पार्टी को करना है। चड्ढा पहले यहां से चुनाव लड़ चुके हैं।
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विधानसभा तीन और पांच में क्यों मुश्किलें
विधानसभा तीन में अश्विन जोशी के साथ ही उनके भतीजे पिंटू जोशी भी सबसे बड़े दावेदार है। हालांकि, अश्विन लगातार दो बार से चुनाव हार रहे हैं और इस बार दावा पिंटू का मजबूत है। लेकिन तीसरी टसल यहां अरविंद बागड़ी से भी है, वह भी इस विधानसभा से टिकट की दावेदारी है और उनकी दावेदार भी पार्टी आसानी से खारिज नहीं कर सकती है। वहीं विधानसभा पांच में स्वप्निल कोठारी और सत्तू पटेल के बीच में जंग जग जाहिर हो चुकी है। दोनों ही यहां से दावे जता रहे हैं। सत्तू बीता चुनाव 1132 वोट से ही हारे थे और वही कोठारी युवा शिक्षाविद के नाते टिकट की मांग कर रहे हैं। इन दोनों की ही दावेदारी खारिज करना पार्टी के लिए आसान नहीं है।