संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर की तीन कॉलोनियों कालिंदी गोल्ड, सेटेलाइट और फिनिक्स में घोटाले के आरोपी भूमाफिया की जमानत और पीड़ितों का संघर्ष जारी रहेगा। हाईकोर्ट के रिटायर जज की अध्यक्षता में बनी कमेटी को अभी इन मामलों के निराकरण में समय लगेगा और इसके चलते कमेटी 21 जून को होने वाली सुनवाई के दौरान एक माह का समय और मांगने जा रही है।
255 शिकायतों में से केवल सौ का ही निराकरण हो सका है
नवंबर 2021 से ही यह भूमाफिया जमानत पर है और इस दौरान भूमाफिया ने 90 दिन में सेटलमेंट करने की बात कही थी, लेकिन 255 शिकायतों में से केवल सौ का ही निराकरण हो सका है। उधर अब भूमाफियाओं ने सभी मामलों में लिखकर दे दिया है कि वह प्लॉट नहीं देंगे और खुद कमेटी ने भी पीड़ितों को कह दिया है कि यह ब्याज के साथ ही राशि दे सकते हैं, इनके पास प्लॉट नहीं है।
पीड़ित फिर सोच में, प्लॉट की मांग पर अड़े रहें या फिर राशि लें
पीड़ित अब इस सोच में हैं कि इन भूमाफियाओं से कब तक लड़ते रहेंगे, यह लड़ाई साल 2008-09 से चल रही है। कुछ लोग थक हारकर राशि लेने के लिए हामी भरने लगे है, लेकिन अभी भी अधिकांश की मंशा प्लॉट की है। लेकिन जो राशि लेने के लिए भी हां भर रहे हैं, उनकी अलग समस्या है कि जो नंबर एक में रसीद, चेक से भुगतान वाले सबूत है उसे ही मान्य किया जा रहा है। ऐसे में ऊपर से और डायरियों मे दी गई राशि को भूमाफिया मानने से इंकार कर रहे हैं। इसके चलते राशि वापस लेने में भी पीड़ितों को बहुत कम राशि हाथ में आ रही है। कमेटी भले ही 12 फीसदी ब्याज दर की बात कह रही है, लेकिन इस पर अभी हाईकोर्ट का भी अनुमोदन बाकी रहेगा।
चंपू का कालिंदी में भी हिस्सा, खुद भूमाफिया ने ही लिखकर दे दिया
अभी तक चंपू की मुख्य भूमिका सेटेलाइट और फिनिक्स कॉलोनी में ही मानी जाती रही है, लेकिन अब अन्य भूमाफिया चिराग शाह, हैप्पी धवन ने 12 मामलों में लिखकर दे दिया है कि यह सभी का निराकरण रितेश अजमेरा, महावीर जैन व अन्य द्वारा किया जाएगा, क्योंकि यह कालिंदी में जुड़े रहे हैं। उधर तीन मामलों में सौदे की डायरियां फर्जी बताई जा रही है।
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कुल रजिस्ट्री वाले 139 और रसीद के सौदे वाले 116 पीड़ित है
प्रशासन के पास पहुंची शिकायतों में कालिंदी गोल्ड की 96, फिनिक्स की 88 और सेटेलाइट की 71 शामिल थी। इसमें कालिंदी में कुल 34 रजिस्ट्री व रसीद वाले 62 पीड़ित थे, फिनिक्स में 56 रजिस्ट्री वाले और 32 रसीद वाले और सेटेलाइट में 49 रजिस्ट्री वाले 22 रसीद वाले थे। कुल रजिस्ट्री वाल 139 और रसीद वाले 116 पीड़ित होकर कुल शिकायतें 255 थी। इसमें निराकरण की बात करें तो रिपोर्ट के अनुसार कालिंदी में रजिस्ट्री वाले 19 व रसीद वाले छह कुल 27, फिनिक्स में रजिस्ट्री वाले 26 व रसीद वाले 20 कुल 46 केस निपटे, वहीं सेटेलाइट में रजिस्ट्री वाले 27 निपटे हैं, रसीद वाले जीरो निराकरण रहे हैं। इस तरह कुल 72 रजिस्ट्री वाले और 28 रसीद वाले केस निपटे हैं। रजिस्ट्री वाले 67 और रसीद वाले 88 इस तरह कुल 155 फरियादी बचे हुए हैं।
हाईकोर्ट कमेटी के पास 239 शिकायतें आई है
वहीं जानकारी के अनुसार हाईकोर्ट द्वारा गठित कमेटी के पास कालिंदी गोल्ड को लेकर 57, फिनिक्स को लेकर सबसे ज्यादा 122 और सेटेलाइट हिल को लेकर 60 शिकायतें आई है। इश तरह कुल शिकायतें 239 आई है।