संजय गुप्ता, INDORE. अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के पावन मौके पर इंदौर में भी दूसरी दिवाली की तैयारी शुरू हो गई है। नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, महापौर पुष्यमित्र भार्गव की बैठक में एक करोड़ 11 लाख दिए लगाए जाने की घोषणा के बाद शहर में दियों की मांग बढ़ गई है। इसके साथ इनमें लगने वाली रूई-बाती के साथ ही घरों में ध्वजा लगाने के लिए भी लोग उत्सुक है। कुम्हार दीपावली के बाद दूसरी बार दीपक बना रहे हैं।
कारोबारी से लेकर कारीगर तक उत्साह में
कारोबारी बताते हैं कि अयोध्या के राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख घोषित हुई 16-18 घंटे 20 से ज्यादा कारीगर ध्वजा बनाने में जुटे हुए हैं। संभवत: पहला मौका है जब ध्वजा की डिमांड इतनी ज्यादा बढ़ गई है। वहीं,रूई की बाती के व्यापारी कहते हैं आम दिनों में तीन क्विंटल रूई की बाती बिकती थी, लेकिन यह डिमांड 8 क्विंटल से ज्यादा हो गई है। 22 जनवरी तक यह डिमांड 12 क्विंटल तक जाएगी। ऐसा पहली बार हुआ है।
इन सामग्रियों की मांग
-1.5 करोड़ से ज्यादा दीपक की डिमांड
-10 हजार से ज्यादा मंदिर, मोहल्ले-इलाकों और घरों में ध्वजा लगेगी
-10 क्विंटल तक बढ़ेगा रूई-बाती का प्रोडक्शन
-08 क्विंटल रूई की बाती की डिमांड इन दिनों
घरों के साथ मोहल्ले में भी लगेंगे दिये
आमजन में भारी उत्साह है। बताया जाता है कि 11 दीपक औसत एक घर में कम से कम लगेंगे। मंदिरों, मोहल्लों और अन्य स्थानों पर लगने वाले दीपक अलग हैं। एक महीने में एक हजार से ज्यादा नई दुकानों से धर्म ध्वजा बिकने लगीं है। पिछले कुछ समय में एक हजार से ज्यादा नई दुकानों से केसरिया ध्वजाएं बिकने लगी हैं। 21-22 जनवरी के लिए ध्वजा की डिमांड बहुत ज्यादा है। इधर, पूजन सामग्री से जुड़े व्यवसायी कहते हैं ध्वजा-पूजन सामग्री के लिए दुकानों की संख्या लगातार बढ़ रही है। डेढ़ हजार से ज्यादा दुकानों से ध्वजा, पूजन सामग्री बिक रही है। मूसाखेड़ी सहित अन्य क्षेत्रों में बीते एक महीने से 18 घंटे तक प्रोडक्शन और पैकिंग हो रही है।