मंदसौर में फाइनेंस कंपनी की अमानवीयता; 100 साल के बीमार को खटिया सहित बाहर पटका, सामान सड़क पर रख घर में लगाया ताला

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Jitendra Shrivastava
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मंदसौर में फाइनेंस कंपनी की अमानवीयता; 100 साल के बीमार को खटिया सहित बाहर पटका, सामान सड़क पर रख घर में लगाया ताला

MANDSAUR. मंदसौर में फाइनेंस कंपनी अपना लोन वसूलने में अमानवीयता की हद कर दी। भील्याखेड़ी गांव में राम मंदिर के पुजारी द्वारा लोन न चुका पाने के कारण मेंटोर फाइनेंस कंपनी जयपुर के कर्मचारी अपना रुपया वसूलने पहुंचे थे। इन कर्मचारियों ने पुलिस के साथ आकर पुजारी के 100 साल के बीमार पिता को खटिया सहित बाहर रख दिया साथ ही गृहस्थी का सामान बाहर पटककर घर में ताला लगा दिया। इस पूरी घटना के वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है। घटना को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी एक्स पर पोस्ट मुख्यमंत्री मोहन यादव पर कटाक्ष किया है।

ये है पूरा मामला

मामला नाहरगढ़ थाना क्षेत्र के भील्याखेड़ी गांव में शनिवार, 3 फरवरी का है। यहां रहने वाले गोविंददास बैरागी जो राम मंदिर में पुजारी हैं इन्होंने 2015 में मेंटोर फाइनेंस जयपुर से मकान बनाने के लिए 3 लाख का लोन लिया था। लोन देने के दौरान 20 हजार रुपए बीमा और 50 हजार रुपए अन्य खर्च के काट लिए थे। इसके बाद 70 हजार रुपए की किस्तें भरीं, लेकिन कोरोना के कारण लॉकडाउन लग गया। इसके बाद मेरे पिता की तबीयत खराब हो गई। तब से वे पलंग पर ही हैं। पत्नी की भी तबीयत खराब होने से उसका ऑपरेशन करवाया। आर्थिक स्थिति दयनीय होने से मैं किस्तें नहीं भर पाया।

इतनी ठंड में बिना घर के खेत पर रह रहा हूं

राम मंदिर के पुजारी ने बताया कि मैंने और मेरी पत्नी ने फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों और पुलिस से किस्तें जमा करवाने का निवेदन भी किया, लेकिन उन्होंने हमारी एक नहीं सुनी। यहां तक कि मेरे 100 वर्षीय पिता को भी पलंग सहित बाहर निकालकर पटक दिया। मैं मजबूरन इतनी ठंड में खेत पर रह रहा हूं। मेरे साथ इस तरह की कार्रवाई कर मुझे अपमानित किया गया है, दोषियों पर कार्रवाई की जाना चाहिए।

कुकुरमुत्ते जैसी ये कंपनियां भोले लोगों को फंसाती हैं

किसान नेता श्यामलाल जोकचंद ने कहा कि फाइनेंस कंपनी ने भगवान राम मंदिर के पुजारी को भी नहीं छोड़ा। जिन्होंने जिंदगी भर भगवान राम जी की पूजा की। जोकचंद ने कहा कि पीड़ित पुजारी ने 3 लाख का लोन लिया था। 70 हजार चुका दिए फिर भी कंपनी 12 लाख और मांग रही है। मंदसौर नीमच क्षेत्र में कुकुरमुत्ते की तरह प्राइवेट फाइनेंस कंपनियां फैल गई हैं जो भोले भाले लोगों को फंसाकर छोटा लोन देती हैं, उसमें भी आधे रुपए फाइल चार्ज और अन्य चार्ज के नाम पर रख लेते हैं। फिर किस्त भरने के लिए प्रताड़ित करते हैं।

कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई कीः कलेक्शन मैनेजर

फाइनेंस कंपनी के कलेक्शन मैनेजर दीपक सिंह राजावत ने बताया कि पुजारी गोविंददास को कई बार नोटिस दिए, लेकिन किस्तें जमा नहीं की गईं। अभी उनकी 50 किस्तें बाकी हैं। कंपनी ने मंदसौर कोर्ट में वाद दायर किया था। वहां भी पुजारी उपस्थित नहीं हुआ। कोर्ट के आदेश के बाद यह कार्रवाई हुई है।

मनमर्जी का यह गैर कानूनी तंत्रः जीतू पटवारी

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इस घटना को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने X पर लिखा कि उपेक्षा और अपमान की एक नई कहानी आज मध्यप्रदेश में मंदसौर जिले के नाहरगढ़ से सामने आई है! होम लोन नहीं चुकाने पर फाइनेंस कंपनी ने बीमार बुजुर्ग सहित घर के सदस्यों को घर से बाहर निकालकर घर पर ताला लगाया। मोहन यादव जी, क्या आपकी सरकार बीमार बुजुर्गों के साथ इसी तरह से पेश आएगी? ये अमानवीय है, ये निंदनीय है, ये अकल्पनीय है, ये असहनीय है। “लानत है पत्थर दिल सरकार पर।

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