BHOPAL. मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि पूर्व सीएम और पीसीसी चीफ कमलनाथ का क्या होगा ? समझा जा रहा था वे नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा सकते हैं या फिर दिल्ली को अपना ठिकाना बनाएंगे। इसी बीच जीतू पटवारी के पीसीसी चीफ और उमंग सिंघार को नेता प्रतिपक्ष बनाने की घोषणा से कमलनाथ को लेकर चर्चाएं और तेज हो गईं। इन सब को लेकर द सूत्र ने कमलनाथ से खास बातचीत की। जिसमें उन्होंने अपना गेम प्लान बताया।
'लोकसभा चुनाव में सीटों का आंकड़ा बढ़ाना है'
छिंदवाड़ा से विधायक कमलनाथ ने द सूत्र से बातचीत में कहा कि मैं फिलहाल कहीं नहीं जा रहा हूं। आगामी लोकसभा चुनाव तक मध्यप्रदेश में ही रहूंगा और कांग्रेस की नई और युवा टीम ( पार्टी के नए पदाधिकारी और नेता प्रतिपक्ष-उप नेता प्रतिपक्ष) को मार्गदर्शन देने का काम करूंगा। साथ ही उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए प्रदेश में बहुत काम करने की जरूरत है। अभी प्रदेश में 29 लोकसभा सीटों में से सिर्फ छिंदवाड़ा सीट (नकुलनाथ) ही कांग्रेस के पास है। उन्होंने कहा, निश्चित रूप में लोकसभा 2024 चुनाव में ये आंकड़ा बढ़ाना है। कमलनाथ ने पीसीसी चीफ पद से इस्तीफे को लेकर भी बड़ा खुलासा किया और कहा कि मैं तो 4 दिसंबर को ही इस्तीफा दे चुका था।
यहां बता दें, मप्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने मात्र 66 सीटें हासिल की हैं।
बदलाव से कांग्रेस में बढ़ी सक्रियता
कांग्रेस ने शनिवार देर शाम संगठन में बड़ा बदलाव किया है। जिसके अनुसार प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष जीतू पटवारी को बनाया गया। जीतू राऊ से इस बार चुनाव हार गए। वहीं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद पर भी युवा विधायक उमंग सिंघार को जिम्मेदारी सौंपी गई है। साथ ही उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे को बनाया गया है। हेमंत अटेर विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुए हैं। तत्कालीक रूप से ये बदलाव कांग्रेस के लिए नई उमंग लेकर आएगा। विधानसभा चुनाव में हार से पार्टी के नेता और कार्यकर्ता निराशा थे। संगठन में बदलाव और विधानसभा में पार्टी के नेतृत्व के लिए घोषित पदाधिकारियों (नेता प्रतिपक्ष-उप नेता प्रतिपक्ष) के नामों से सक्रियता बढ़ी है।