JAIPUR. राजस्थान यूनिवर्सिटी में बुधवार, 28 जून को करीब 6 घंटे चली सिंडिकेट की बैठक में कई अहम प्रस्तावों को मंजूरी मिली। बैठक में यूजीसी रेगुलेशन 2018, छात्रों की फीस में बढ़ोतरी नहीं करने, वीसी सर्च कमेटी का गठन, दिव्यांग कर्मचारियों को वाहन भत्ता, 2004 से पहले नियुक्त कार्मिकों को RGHS सुविधा वैकल्पिक रखने जैसे अहम प्रस्ताव पास हुए। जबकि आईपीडी टावर के लिए 10 हजार 750 वर्गमीटर जमीन दिए जाने का प्रस्ताव खारिज कर दिया गया। बैठक के दौरान बाहर जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान कई बार एबीवीपी और एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया गया। जिसमें एक दर्जन छात्र घायल हो गए। वहीं 15 से ज्यादा छात्रों को हिरासत में लिया गया।
साल 2023-24 के लिए 431 करोड़ का बजट पास
बैठक में राजस्थान यूनिवर्सिटी के 2023-24 के लिए 431 करोड़ का बजट पास किया गया। वहीं कुलपति सर्च कमेटी के गठन के साथ ही सर्च कमेटी में कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति रहे डॉ. लक्ष्मीनारायण हर्ष को सदस्य नियुक्त किया गया। इस बैठक में यूजीसी रेगुलेशन 2018 को पास किया गया। जिसके चलते अब पीएचडी एंट्रेस टेस्ट की राह भी खुल गई है। वहीं इस साल छात्रों की फीस में होने वाली 10 फीसदी बढ़ोतरी नहीं करने का प्रस्ताव भी जारी किया गया।
मूलभूत समस्याओं के निराकरण के लिए छात्रों ने किया प्रदर्शन
स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी में मूलभूत समस्याओं के निराकरण की मांग कर रहे थे। छात्रों के इस प्रदर्शन को लेकर यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने पहले ही सुरक्षा के इंतजाम किए हुए थे। प्रदर्शनकारी छात्र बैरिकेड तोड़कर कुलपति सचिवालय तक पहुंच गए और वहां हो रही सिंडिकेट की बैठक में हंगामा करने लगे। इसके बाद पुलिस ने लाठी चार्जकर छात्रों को खदेड़ दिया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के छात्र बड़ी संख्या में प्रदर्शन करने कुलपति सचिवालय की ओर बढ़ रहे थे। इस दौरान पुलिस ने बैरिकेडिंग कर पहले ही रोक दिया। इससे नाराज छात्र पुलिस से उलझ गए और बैरिकेडिंग हटाकर कुलपति सचिवालय की ओर बढ़ने लगे। जिससे छात्रों और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई।
एनएसयूआई छात्र घायल, एबीवीपी 15 से ज्यादा छात्र हिरासत में
एबीवीपी के छात्रों के साथ एनएसयूआई के छात्र भी कुलपति सचिवालय की ओर चल पड़े। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इसमें एनएसयूआई के राजेंद्र गोरा के गंभीर चोट आई है। फिलहाल एबीवीपी और एनएसयूआई के कार्यकर्ता कुलपति सचिवालय के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। गांधीनगर थाना पुलिस ने हंगामा कर रहे एबीवीपी के 15 से ज्यादा छात्र नेताओं को हिरासत में लिया। एडिशनल डीसीपी ईस्ट अवनीश ने कहा- आज पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग की गई थी। कुछ छात्र सिंडीकेट बैठक में बाधा डालने की कोशिश कर रहे थे। इसलिए उन्हें खदेड़ा है।
एक साल बाद हुई सिंडिकेट की बैठक
राजस्थान यूनिवर्सिटी में एक साल के लंबे अंतराल के बाद सिंडिकेट की बैठक हो रही है। इसमें कुल 40 से ज्यादा प्रस्तावों पर चर्चा होनी है। बैठक में शामिल होने के लिए विधायक अमीन कागजी और गोपाल मीणा भी पहुंचे। सिंडिकेट का कोरम पूरा होने के साथ ही बैठक शुरू की गई थी तभी ये हंगामा होने लगा। पिछले साल 5 मई को जनरल सिंडिकेट बैठक आयोजित की गई थी। उसके बाद सर्च एसोसिएट मामले में 26 दिसंबर को स्पेशल सिंडिकेट का आयोजन भी किया गया था, लेकिन बैठक में सभी एजेंडों पर चर्चा नहीं हो पाई थी। उसके बाद 19 जनवरी को प्रस्तावित बैठक भी हंगामे के कारण टल गई थी।