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BHOPAL. मध्यप्रदेश में मोहन यादव कैबिनेट का विस्तार सोमवार तक हो जाएगा। आज दोपहर सीएम मोहन यादव उज्जैन चले गए हैं। शाम को वे फिर से दिल्ली जा रहे हैं। सूत्रों का दावा है कि आज ही मंत्रिमंडल की सूची फाइनल हो जाएगी। मध्यप्रदेश में जल्द ही नए मंत्रिमंडल का गठन हो सकता है। मुख्यमंत्री मोहन यादव का फिर से दिल्ली बुलावा आया। केंद्रीय नेतृत्व के साथ सीएम मोहन यादव की बैठक में मंत्रियों के नामों को फायनल कर दिया जाएगा। माना जा रहा है कि मोहन कैबिनेट के सदस्यों की सूची तैयार कर ली गई है। उस पर अंतिम मुहर लगना बाकी है। एक दिन पहले भी मोहन यादव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मुलाकात कर मंत्रिमंडल गठन को लेकर चर्चा कर चुके हैं। शनिवार को उनको फिर से दिल्ली से बुलावा आया। ऐसा माना जा रहा है कि अगले एक दो दिन में मोहन कैबिनेट के सदस्य मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
जल्द हो सकता है कैबिनेट का विस्तार
बीजेपी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि अब इससे अधिक विलंब इस काम में नहीं कर सकते हैं, क्योंकि आज से ही सभी सांसद और विधायकों को पीएम नरेंद्र मोदी की संकल्प यात्रा लेकर जनता के बीच भी जाना है। ऐसे में मध्यप्रदेश सरकार की कैबिनेट को अधूरा नहीं छोड़ा जा सकता है। इसलिए बीजेपी हाईकमान ने तय किया है कि सीएम मोहन यादव की कैबिनेट का विस्तार जल्द कर दिया जाए। बहुत संभावना है कि पहले क्रम में तकरीबन 20 मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है, जिसमें अधिकतर को कैबिनेट और कुछ को राज्य मंत्री बनने का मौका मिल सकता है।
इंदौर को लेकर कश्मकश ज्यादा
सूत्रों के अनुसार इंदौर को लेकर कश्मकश ज्यादा है। कैलाश विजयवर्गीय खुद प्रदेश अध्यक्ष बनना चाह रहे हैं, अपने खास रमेश मेंदोला को मंत्री बनवाना चाह रहे हैं। वहीं सिंधिया ने इंदौर से तुलसी सिलावट का नाम दिया है। जबकि संगठन की तरफ से एससी कोटे से देवास से जीते राजेश सोनकर का नाम दिया गया है। सीएम यादव अधिक वरिष्ठ नेताओं को कैबिनेट शामिल करने से बच रहे हैं, लेकिन दिल्ली से दबाव बना हुआ है।
29 लोकसभा क्षेत्रों से एक मंत्री बनना तय है
सूत्रों की मानें तो प्रदेश के सभी 29 लोकसभा क्षेत्रों से एक मंत्री बनाया जाना तय है। वहीं हर संभाग से दो-दो विधायक मंत्री बन सकते हैं। मंत्रियों की संख्या बीस से ज्यादा रहने वाली है। इसके अलावा क्षेत्रीय और जातिय संतुलन बनाकर ही मंत्रिमंडल बनाया जाएगा। इस मंत्रिमंडल में ओबीसी,एससी,एसटी के साथ सामान्य वर्ग का भी खासतौर पर ध्यान रखा जाएगा।
कैलाश विजयवर्गीय के नाम पर भी मंथन
सांसद से विधायक बने चार नेताओं को मंत्री बनाना तय है। इनमें प्रहलाद पटेल, राकेश सिंह, उदयप्रताप सिंह और रीति पाठक शामिल हैं। कैलाश विजयवर्गीय के नाम पर मंथन चल रहा है। उनको मोहन कैबिनेट में रखा जाएगा या फिर अन्य को बड़ा पद दिया जाएगा, इस बात का फैसला केंद्रीय नेतृत्व ही करेगा।