BHOPAL. मध्यप्रदेश कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष और PCC चीफ मालवा निमाड़ से बनाकर ये संदेश दे दिया है कि वो किसी भी हाल में प्रदेश सरकार को मनमानी नहीं करने देगी। इसके साथ ही बीजेपी का गढ़ बन चुके मालवा निमाड़ पर उसका अब पूरा फोकस रहने वाला है। कांग्रेस के लिए ऐसा करना और भी जरूरी इसलिए है, क्योंकि इसी क्षेत्र से मुख्यमंत्री भी आते हैं।
बीजेपी ने मालवा निमाड़ से बनाया मुख्यमंत्री
बीजेपी ने मालवा निवाड़ में आने वाले उज्जैन दक्षिण से विधायक मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर राजनीतिक पंडितों को चौंका दिया था। अब कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष दोनों ही पद इस क्षेत्र को देकर चौंका दिया है। राजनीति के जानकार उम्मीद जता रहे थे कि कांग्रेस जातीय समीकरण के साथ ही क्षेत्रीय समीकरण पर ध्यान रखेगी।
सीएम मोहन को घर में घेरने की रणनीति
कांग्रेस के इस कदम से ये माना जा रहा है कि पार्टी के लिए मुख्यमंत्री को घर में घेरना ज्यादा जरूरी है। इससे पार्टी सरकार के ऊपर अग्रेसिव रहने में सफल रह सकती है। बता दें कि नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार धार जिले की गंधवानी से विधायक हैं। वहीं जीतू पटवारी इंदौर की राऊ विधानसभा से विधायक रह चुके हैं।
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ग्वालियर-चंबल पर भरोसा बरकरार
कांग्रेस ने उप नेता प्रतिपक्ष का पद चंबल की अटेर विधानसभा के विधायक हेमंत कटारे को दिया है। ग्वालियर-चंबल अंचल कांग्रेस का गढ़ बन चुका है। 2018 के चुनाव में भी पार्टी ने यहां सबसे अच्छा प्रदर्शन किया था। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने यहां प्रदेश के अन्य क्षेत्रों की तुलना में अच्छा प्रदर्शन किया है।