पीएमटी और प्री पीजी मेडिकल घोटाले (व्यापमं) घोटाले में फंसे अरबिंदो अस्पताल व मेडिकल कॉलेज के प्रमुख डॉ. विनोद भंडारी के यहां घोटाला हो गया है। यह और किसी ने नहीं बल्कि उनके एचआर प्रबंधन ने ही 90 लाख रुपये का घोटाला किया है।
बाणगंगा पुलिस ने दर्ज किया केस
इंदौर बाणगंगा पुलिस ने अरबिंदो अस्पताल के प्रबंधन की ओर से नीरज सेन की शिकायत पर वैभव पोरे व उसके साथी हिमांशु ठाकुर के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 406 में केस दर्ज किया है।
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नाम बदला, किरदार बदले लेकिन नहीं बदली व्यापमं (पीईबी) की करतूत
एफआईआर में क्या लिखा गया?
सेन ने लिखवाया है कि अरबिंदो अस्पताल में एचआर विभाग में काम करने वाले कर्मचारी वैभव पोरे व हिमांशु ठाकुर ने जनवरी 2024 में अपने साथियों के साथ मिलकर 150 से 200 फर्जी अस्थाई लोगों को नियुक्त बताकर करीब 80 से 90 लाख रुपये का गबन कर धोखाधड़ी की है।
पुलिस ने शुरू की जांच
केस दर्ज करने के साथ ही बाणगंगा पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, हालांकि अभी इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की है। यह भी जांच में आया है कि वैभव ने अक्टूबर 2023 से नवंबर 2024 के दौरान एक साल में यह पूरा घोटाले को अंजाम दिया और गबन की राशि रिश्तेदारों व परिचितों के खाते में ट्रांसफर कर दी। साथ ही गर्लफ्रेंड पर भी राशि खर्च की गई। जब अस्पताल प्रबंधन को काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या और उस पर जा रहे वेतन पर शंका हुई तो जांच की गई और इसमें यह खुलासा होने पर पुलिस में केस दर्ज कराया।
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