मध्य प्रदेश के बड़वानी से जमीन विवाद का मामला सामने आया है। जमीन विवाद में शिकायत दर्ज कराने के लिए एक अनाज व्यापारी थाने पहुंचा, लेकिन वह कुर्सी से गिर गया, जिसके बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों ने थाने में घुसकर जमकर बवाल काटा।
बड़वानी जिले के निवाली गांव की है घटना
यह पूरी घटना बड़वानी जिले के निवाली गांव की है। अनाज व्यापारी सोमवार दोपहर साढ़े तीन बजे एफआईआर दर्ज कराने गया था। रिपोर्ट दर्ज कराते समय वह कुर्सी से गिर गया और बेहोश हो गया। थाने में व्यापारी के कुर्सी से गिरने का वीडियो भी सामने आया है। शाम करीब चार बजे सेंधवा के एक निजी अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
परिजनों का हंगामा
एक घंटे बाद शाम 5 बजे परिजन थाने पहुंचे और जमकर प्रदर्शन किया। परिजन आरोपियों पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग कर रहे थे। हालात को देखते हुए बड़वानी एएसपी अनिल पाटीदार, राजपुर एसडीओपी आयुष अलावा और सेंधवा एसडीओपी कमल सिंह चौहान अतिरिक्त पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। परिजनों को समझाकर प्रदर्शन खत्म कराया गया।
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क्या है मामला?
दरअसल, जमीन विवाद में अनाज व्यापारी की आरोपियों ने पिटाई कर दी थी। इस मामले को लेकर निवाली थाने के टीआई आरके लोवंशी ने बताया कि कुसमिया रोड स्थित जमीन को लेकर शैलेंद्र वाणी और आदिवासी सुखलाल के बीच विवाद चल रहा था। शैलेंद्र अपनी जमीन पर खेती करने से सुखलाल और अन्य लोगों को रोकने गया था। वहां उन्होंने शैलेंद्र के साथ मारपीट की। इसे लेकर वह शिकायत दर्ज कराने थाने गया था जहां उसकी मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक, दोनों पक्षों के बीच 1981 से जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। मामला कलेक्टर कोर्ट और अन्य अदालतों में लंबित है। परिवार का आरोप है कि एसडीएम कोर्ट ने शैलेंद्र वाणी के पक्ष में फैसला सुनाया था। इसके बावजूद पुलिस और प्रशासन उन्हें जमीन पर कब्जा दिलाने में मदद नहीं कर सका।
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