संजय गुप्ता, INDORE. नगर नगर के सबसे बड़े बिल घोटाले (150 करोड़ रुपए) के मुख्य आरोपी इंजीनियर अभय राठौर ( Abhay Rathore ) को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे स्पेशल पुलिस टीम ने यूपी के एटा से देर रात गिरफ्तार किया है। वह वहां अपने बेटे जयसिंह की ससुराल वालों की मदद से फरारी काट रहा था। राठौर पर 25 हजार का ईनाम घोषित था।
गिरफ्तारी के समय की बहस, बीजेपी नेताओं को बुलाया
राठौर को गिरफ्तार करने पहुंची टीम को रोकने की बहुत कोशिश की गई। राठौर ने उन्हें अपना रूआब दिखाया और पुलिस की टीम को पैसों का भी लालच दिया। लेकिन जब टीम नहीं मानी तो करीबी लोगों ने बीजेपी के स्थानीय नेताओं व भीड़ को बुला लिया। इन सभी से पुलिस ने बात की और बताया कि राठौर पर ईनाम है और वह फरार है। गिरफ्तारी वारंट है। लंबी बहस के बाद पुलिस उसे गिरफ्तार कर सकी।
मोबाइल नंबर बदलने की सूचना के बाद पकड़ाया
राठौर को बदलने के लिए डीसीपी पंकज पाण्डेय द्वारा कई टीम लगाई गई थी। मुखबिर सक्रिय थे। निगम के एक ड्राइवर से राठौर ने मोबाइल नंबर बदलकर बात की। इसकी खबर पुलिस को मिली, उन्होंने मागंलिया में छापा मारा, मोबाइल की जानकारी मिली और इसके बाद टीम एटा रवाना हो गई। मोबाइल लोकेशन से राठौर की मौजूदगी तय हो गई और पकड़ा गया।
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अभी तक निगम से यह गिरफ्तार
निगम से अभी त राठौर के पहले उदय भदौरिया, चेतन भदौरिया, जो राठौर के ही करीबी है। इसके साथ मुरलीधरन और कैशियर राजकुमार साल्वी भी पकड़े गए हैं। इसके साथ ही चार ठेकेदार भी पुलिस ने पकड़े थे, जिसमें से एक महिला आरोपी रेणु वढेरी का जमानत हो गई है। वहीं अभी ठेकेदार इमरान और मौसम व्यास फरार है, उन पर 5-5 हजार के ईनाम घोषित है।