नील तिवारी, JABALPUR. अपराधी के पुलिस गिरफ्त में आने के बाद पीड़ित पक्ष के लोग राहत की सांस लेते हैं क्योंकि पुलिस की गिरफ्त में होने के कारण अब वह दोबारा किसी प्रकार की घटना को अंजाम नहीं दे सकेगा। वहीं जेल भेजने के बाद यह सुरक्षा की भावना और पुख्ता हो जाती है। पर जबलपुर के हनुमानतल थाना अंतर्गत स्थित एक घर के लोगों के उस समय होश उड़ गए जब जेल भेज दिया गया हत्यारा अस्पताल से भागा और ससुराल वालों पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला कर दिया।
अप्रैल माह में ही भेजा था जेल
अभी इस बात को एक माह भी पूरा नहीं हुआ जब कबाड़ बेचने का काम करने वाले हड्डी गोदाम निवासी इमरान ने अपनी ही पत्नी और साली पर चाकुओं से हमला कर दिया था, जिसमें उसकी साली आयशा की मौत हो गई थी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी पति मौके से फरार हो गया था। जिसे हनुमान ताल थाना पुलिस ने 48 घंटे के भीतर गिरफ्तार किया था और न्यायालय में पेश कर इमरान को जेल भेज दिया गया था।
इलाज के दौरान हुआ फरार
मामले की जानकारी देते हुए जबलपुर की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोनाली सक्सेना ने बताया कि हत्या के आरोपी इमरान की केंद्रीय कारागार में तबीयत खराब होने के कारण उसे जेल डॉक्टर के द्वारा इलाज के लिए मेडिकल रेफर किया गया था। तभी मौका पाकर वह अस्पताल से फरार हो गया और वापस घटनास्थल (ससुराल) पहुंचकर अपनी छोटी साली और सास पर चाकू से हमला कर दिया। आरोपी इरफान को पुलिस के द्वारा दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया है वहीं घायल व्यक्तियों का इलाज विक्टोरिया अस्पताल में किया जा रहा है।
आखिर हत्या के आरोपी को कैदियों को इतनी ढील क्यों
अब पुलिस अधिकारी इस मामले की जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की बात कर रहे हैं। कैदी की सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों पर भी कार्यवाही निश्चित है पर यह घटना जेल से अस्पताल आए हुए कैदियों की सुरक्षा में ढील और दी जा रही छूट की पोल खोलती हुई नजर आई।