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सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद वन विहार में 16 साल बाद सिंह का जोड़ा आया है, जो कि बहुत खास है। यह जोड़ा गिर से रेस्क्यू किए गए वाइल्ड सिंह की संतान है, इसलिए इनमें जंगल जैसी आक्रामकता है। वन विभाग के अधिकारियों का मानना है कि इस जोड़े के आने से ब्रीडिंग प्रोग्राम को नई दिशा मिलेगी और इसके द्वारा जन्मे बच्चे का डीएनए भी वाइल्ड होगा। पर्यटक इस जोड़े को 21 दिन बाद देख सकेंगे, क्योंकि अभी उन्हें क्वारंटाइन में रखा गया है।
पहले भी कई बाघों का ट्रांसलोकेशन कर चुकी है टीम
सिंह को लाने वाली टीम पहले भी कई बाघों का ट्रांसलोकेशन कर चुकी है, लेकिन इस बार सिंह की विशेषताएं अलग रही। जहां बाघ वाहन में शांत रहते हैं, वहीं सिंह वाहन चलते ही बेचैन हो जाते थे, लेकिन जैसे ही वाहन रुकता, वे शांत हो जाते थे।
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80 से ज्यादा बार किया गया परीक्षण
सिंह को लाते वक्त डॉक्टरों ने रास्ते में उसका 80 से ज्यादा बार परीक्षण किया। बेचैनी के दौरान सिंह ने पिंजरे में अपना मुंह मारा, जिससे उसके चेहरे पर छिलने के निशान पड़ गए।
जूनागढ़ चिड़ियाघर से लाए गए सिंह जोड़े को क्वारंटाइन में छोड़ा गया। नर सिंह जल्दी से बाड़े में चला गया, जबकि मादा सिंह ने पहले पूरे कमरे का मुआयना किया, मानो सोच रही हो कि ये कहां आ गए हम। नर सिंह ने पानी पिया, जबकि मादा सिंह ने बाड़े का चक्कर लगाया।
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मेडिकल परीक्षण होगा
वन विहार के डिप्टी डायरेक्टर सुनील सिन्हा ने बताया कि उनकी पहली प्राथमिकता इस सिंह जोड़े को तनावमुक्त करना था, इसलिए उन्हें क्वारंटाइन में रखा गया। रविवार को इनका मेडिकल परीक्षण किया जाएगा।
मोहन यादव ने जताई खुशी
वहीं वन विहार में 16 वर्ष शेर आने पर मुख्यमंत्री ने अपनी खुशी जाहिर की है। मोहन यादव ने एक्स पर लिखा कि 16 वर्ष पुराना स्वप्न हुआ साकार...वन विहार की 'जंगल बुक' में 2 और गिर के शेरों की दस्तक...। मुझे आप सबसे यह जानकारी साझा करते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि भोपाल के वन विहार में 'Animal Exchange Program' के तहत जूनागढ़ के शकर चिड़ियाघर से दो प्योर ब्रीड एशियाटिक लॉयन की दस्तक के साथ ही भोपाल का 16 वर्ष का इंतजार समाप्त हो गया है। अब निश्चित ही प्रदेश में शेरों का कुनबा बढ़ेगा एवं पर्यटन तथा रोजगार के नए द्वार खुलेंगे। हम वन्यजीवों के संरक्षण, संवर्धन एवं पुनर्स्थापन के लिए सदैव तत्पर हैं। उन्होंने आगे लिखा कि मध्यप्रदेश की धरती पर गिर के शेरों का स्वागत है और प्रदेशवासियों को इन मेहमानों के आगमन पर हार्दिक बधाई देता हूं।
16 वर्ष पुराना स्वप्न हुआ साकार...
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) December 21, 2024
वन विहार की 'जंगल बुक' में 2 और गिर के शेरों की दस्तक...
मुझे आप सबसे यह जानकारी साझा करते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि भोपाल के वन विहार में 'Animal Exchange Program' के तहत जूनागढ़ के शकर चिड़ियाघर से दो प्योर ब्रीड एशियाटिक लॉयन की… pic.twitter.com/WV6K5aaRqm
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