मध्यप्रदेश सरकार ने मंगलवार, 20 अगस्त को देर रात नौ आईएएस अधिकारियों के तबादले कर दिए। वरिष्ठ आईएएस अनुपम राजन को मैन स्ट्रीम में लाया गया है। उन्हें अब उच्च शिक्षा विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया है। वे इससे पहले उच्च शिक्षा आयुक्त रह चुके हैं। अभी वे लंबे समय से मुख्य धारा से दूर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
अब उनके स्थान पर 1997 बैच के सुखवीर सिंह को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बनाया गया है। इस तरह सरकार ने उन्हें मुख्य धारा से हटाकर लूप लाइन में भेजा है। दरअसल, उनकी नई सरकार से पटरी नहीं बैठ रही थी। पहले उन्हें माइनिंग से हटाकर पीडब्ल्यूडी में भेजा था। बाद में उनसे पीडब्ल्यूडी भी छीन लिया गया था।
मनीष सिंह जा रहे हैं यूके
1996 बैच के आईएएस अमित राठौर को वित्त विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया है। अभी वित्त विभाग में उनसे एक वर्ष जूनियर मनीष सिंह प्रमुख सचिव हैं। हालांकि मनीष सिंह अध्ययन के लिए यूके जा रहे हैं। बताया जाता है कि मनीष सिंह की पत्नी पहले से यूके में हैं। मनीष सिंह के लंबी छुट्टी पर जाने के चलते अब अमित सिंह को वित्त विभाग में भेजा गया है। वे इसके साथ वाणिज्यिक कर विभाग का जिम्मा भी संभालेंगे।
मंत्री से अनबन पर हटाया
वर्ष 2004 बैच के रवींद्र सिंह को वेयर हाउस आयुक्त से हटा दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, उनकी पिछले दिनों विभागीय मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से किसी बात को लेकर अनबन हुई थी। इसके बाद से ही उन्हें हटाने के कयास लगाए जा रहे थे। अब चूंकि वे जल्द रिटायर होने वाले हैं। लिहाजा, सरकार ने उन्हें बिना विभाग मंत्रालय में पदस्थ कर दिया है। उनके स्थान पर सिबि चक्रवर्ती को भेजा गया है।
ऋषि गर्ग जांच के चलते मैन स्ट्रीम से दूर
हरदा पटाखा फैक्ट्री विस्फोट के बाद कलेक्टरी से हटाए गए ऋषि गर्ग को सदस्य सचिव, राज्य योजना आयोग बनाया गया है। वे कुटीर एवं ग्रामीण उद्योग विभाग में उपसचिव थे। चूंकि अभी उनकी पटाखा फैक्ट्री मामले में जांच चल रही है। इसके चलते उन्हें मैन स्ट्रीम में नहीं लाया गया है।
शुक्ल को लूप लाइन में भेजा
सरकार ने श्रीमन शुक्ल को मंडी बोर्ड से हटाकर शहडोल कमिश्नर बनाते हुए लूप लाइन में भेज दिया है। इसके पीछे वजह यह भी है कि संभाग आयुक्त के पद पर अब कोई डायरेक्ट आईएएस नहीं जाना चाहते हैं। इसमें सिर्फ प्रमोटी आईएएस अफसरों की दिलचस्पी होती है। इस लिहाज से शुक्ल को लूप लाइन ही मिली है। खास यह है कि शुक्ल पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के दामाद हैं। एस कृष्ण चैतन्य को मुख्य धारा में लगाया गया है। उन्हें मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन की जिम्मेदारी दी गई है। कटनी कलेक्टर रहे अवि प्रसाद को चैतन्य की जगह रोजगार गारंटी में भेजा गया है।
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