Ravi Kant Dixit
तुम मुझे यूं भुला न पाओगे, मैं मुस्कुराउंगा और तुम दिल हार जाओगे... अच्छी पत्रकारिता के लिए दुखी चेहरा और माथे पर शिकन की जरूरत नहीं, पेशन की है। बड़े विजन वाले छोटे से शहर गंजबासौदा से निकलकर करीब करीब पूरे मध्य प्रदेश की खाक छान ली है। 2010 में नईदुनिया/नवदुनिया से करियर की शुरुआत, रिपोर्टिंग से की। इसके बाद पत्रिका में खंडवा, सागर, इंदौर और भोपाल में 2023 तक सेवाएं। इस दौरान सिटी डेस्क इंचार्ज, चीफ सब एडिटर, न्यूज एडिटर जैसी भूमिकाओं में काम किया। कई पुरस्कार पाए। पॉलिटिकल और वाइल्ड लाइफ स्ट्रॉन्ग पक्ष। द सूत्र में एडिटोरियल इंचार्ज के रूप में डिजिटल की दुनिया में सीख, समझ का दौर जारी है...।