विधानसभा सत्र : भोपाल विधानसभा में बजट सत्र के चौथे दिन कांग्रेस के टिमरनी विधायक अभिजीत शाह हाथ में काली पट्टी बांधकर कंधे पर मूंग बोरी रखकर पहुंचे। वह मूंग की बोरी लेकर विधानसभा में प्रवेश करने लगे तो सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोककर बोरी के साथ हाथ पर बंधी काली पट्टी उतार दी। उन्होंने हाथ में मूंग लेकर अंदर प्रवेश करने की जिद की तो सुरक्षा कर्मियों ने कहा कि मूंग परिसर में गिर जाएगी। इसलिए वह अंदर नहीं ले जा सकते हैं।
बीजेपी सरकार किसानों की आवाज दबाना चाहती है
कांग्रेस के टिमरनी विधायक अभिजीत शाह ने कहा कि बीजेपी और मोहन सरकार का यह असली चेहरा है। बीजेपी सरकार किसानों की आवाज दबाना चाहती है। इस दौरान वह बोले कि शिवराज सरकार में 16 क्विंटल प्रति हैक्टेयर के हिसाब से मूंग की खरीदी की जाती थी। लेकिन अब मोहन सरकार ने नया नियम पारित कर दिया है कि 16 क्विंटल प्रति हैक्टेयर की जगह आठ क्विंटल प्रति हेक्टेयर के हिसाब से खरीदी करेगी। यह सरकार किसान हितैषी नही बल्कि, किसान विरोधी है।
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सरकार किसान विरोधी है
कांग्रेस के टिमरनी विधायक अभिजीत शाह ने कहा कि वह पिछले तीन दिनों से ध्यानआर्कषण लगा रहे है। मुझे मौका मिले किसानों की आवाज बनने और उठाने का, लेकिन उस आवाज को दबाया जा रहा है। आज मुझे मजबूर होकर मूंग की फसल लेकर विधानसभा में आना पड़ा। यहां भी मुझे रोक दिया गया। सरकार किसान विरोधी है। शिवराज सरकार ने पहले 32 जिलों में 16 क्विंटल प्रति हैक्टेयर से मूंग खरीदी के आदेश दिए थे, लेकिन इस बार सरकार नया फैसला लेकर आई है। जिससे किसानों को नुकसान हुआ है। उन्होंने यह भी मांग की किसानों की गेहूं की फसल 2700 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीदी जाए। उन्होंने कहा कि किसानों को इससे बड़ा नुकसान हो रहा है। वह आगे भी किसानों की आवाज उठाते रहेंगे।
फसल अंदर नहीं ले जाने दे रहे तो मुख्यमंत्री को जरूर दिखाना
टिमरनी विधायक अभिजीत शाह को जब सुरक्षाकर्मियों ने रोका तो उन्होंने कहा कि आप मूंग की बोरी को चेक कर लीजिए। उसके बाद अंदर प्रवेश दीजिए। इसमें ऐसा कुछ नहीं है। अगर आप लोग इसको अंदर नहीं ले जाने दे रहो, तो मुख्यमंत्री को अवश्य दिखाना। मूंग की बोरी बाहर रखने के बाद ही उन्हें विधानसभा में सुरक्षाकर्मियों ने अंदर प्रवेश करने दिया।