बैतूल के फोरेंसिक विशेषज्ञ डॉ. आशीष बड़िये ( Dr Ashish Badiye ) और उनकी पत्नी डॉ. नीति बड़िये ( Dr Neeti Badiye ) ने एक बार फिर दुनिया के टॉप 2% वैज्ञानिकों की सूची में जगह बनाई है। यह सूची स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय और एल्सेवियर ( Stanford University scientist list ) द्वारा जारी की गई है। डॉ. आशीष और डॉ. नीति फिलहाल नागपुर के शासकीय फोरेंसिक विज्ञान संस्थान में कार्यरत हैं।
भारत के 5351 शोधकर्ता शामिल
16 सितंबर 2024 को जारी इस सूची में भारत के 5351 शोधकर्ताओं के नाम शामिल हैं। लीगल व फोरेंसिक मेडिसिन उप क्षेत्र में, डॉ. आशीष और डॉ. नीति क्रमशः 5वें और 4वें स्थान पर हैं। दोनों ने फोरेंसिक साइंस के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिससे उन्हें यह सम्मान मिला है।
फॉरेंसिक साइंस में दोनों का योगदान
डॉ. नीति ने 60 से ज्यादा शोध दुनिया की पॉपुलर रिसर्च पेपर जैसे नेचर, द लैंसेट और जर्नल ऑफ फॉरेंसिक एंड लीगल मेडिसिन में पब्लिश किए हैं। स्प्रिंगर पब्लिकेशन द्वारा ए टेक्स्टबुक ऑफ फॉरेंसिक साइंस और सीआरसी प्रेस द्वारा फॉरेंसिक माइक्रोस्कोपी: ट्रुथ अंडर द लेंस जैसी पुस्तकों का संपादन भी इनके नाम है। इनके अलावा, अंतरराष्ट्रीय प्रकाशकों द्वारा प्रकाशित विभिन्न पुस्तकों में इनके 35 से अधिक अध्याय पब्लिश हुए हैं।
आशीष इन अवार्ड से सम्मानित
डॉ. आशीष और डॉ. नीति के नाम दो पेटेंट दर्ज हैं। इनमें से एक पब्लिश और एक दायर है। उन्हें 2023 में नागपुर पेटेंट फेस्ट में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाथों सर्वश्रेष्ठ पेटेंट पुरस्कार (टॉप-10) से नवाजा गया था।
डॉ. आशीष ने पिछले 13 वर्षों में फोरेंसिक साइंस के विभिन्न पहलुओं पर देशभर में पुलिस अधिकारियों, लोक अभियोजकों और विश्वविद्यालयों में अनेक व्याख्यान दिए हैं। उन्हें 2023 में दिल्ली में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान सम्मेलन में फोरेंसिक उत्कृष्टता पुरस्कार और 2019 में सागर, मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय सम्मेलन में युवा वैज्ञानिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
नीति इन अवार्ड से सम्मानित
डॉ. नीति लगभग 12 वर्षों से फोरेंसिक साइंस में सहायक प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं। उन्हें 2023 में नागपुर शिखर सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के हाथों ग्लोबल वूमेन अचीवर अवार्ड से सम्मानित किया गया।