संजय गुप्ता @INDORE. बागेश्वर धाम ( Bageshwar Dham ) के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की इंदौर में सात दिनी भागवत कथा 4 मई को समाप्त हो गई। वह 28 अप्रैल से 4 मई तक सात दिन इंदौर में रहे। कथा शाम को हर दिन थी, लेकिन इस दौरान सुबह से शाम का और फिर देर रात के समय का उपयोग बागेशवर धाम ने इंदौर के पॉवरफुल और बड़े कॉर्पोरेट घरानों से मिलने में बिताया। सबसे अहम बात रही उनका नागपुर जाना।
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कब गए थे बाबा नागपुर और क्यों?
बाबा बागेश्वर एक मई को चार्टेड प्लेन के जरिए इंदौर से नागपुर सुबह गए थे औऱ् शाम को कथा से पहले लौट आए थे। सूत्रों के अनुसार उन्होंने वहां संघ प्रमुख मोहन भागवत से सौजन्य भेंट की और उनके साथ लंबा समय बिताया। चुनाव के बीच उनकी यह मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है लेकिन बताया जा रहा है कि मुलाकात में चर्चा सनातन धर्म प्रचार, राष्ट्रवाद व अन्य वैचारिक मुददों पर केंद्रित रही।
इंदौर में रेसीडेंसी एरिया में अधिकारियों से मुलाकात
इंदौर में बाबा बीच में रात को रेसीडेंसी एरिया जो शहर के आला अधिकारियों का आवासीय एरिया है,वहां भी गए। यहां उन्होंने शहर के कुछ प्रमुख अधिकारियों के घर में जाकर भेंट की और परिवार के साथ मुलाकात की।
सीएम से लेकर कॉर्पोरेट घरानों से भी मुलाकात
सीएम डॉ. मोहन यादव ( Dr. Mohan Yadav ) जब इंदौर आए तो उन्होंने भी बाबा बागेश्वर से खास मुलाकात की। वहीं कथा के अंतिम दिन वह नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के घर भी गए और सभी से सौजन्य भेंट की। इसके साथ ही बाबा ने इंदौर में विनोद अग्रवाल हो या अन्य बड़े कॉर्पोरेट घराने के लोग, उनके यहां भी जाकर मुलाकात की। बाबा बागेश्वर हाईकोर्ट से जुड़े कुछ बड़े लोगों से भी मिले और आशीर्वाद दिया।