छतरपुर जिले के गढ़ा गांव में स्थित बागेश्वर धाम पर पंडित धीरेंद्र शास्त्री के चचेरे भाई दीपेंद्र गर्ग और उसके मुनीम ने प्लाट बेचने के नाम पर राजस्थान के जालोर की दाड़मी देवी के साथ 55 लाख रुपए की ठगी की थी।
द सूत्र ने जब खबर प्रकाशित की तो उसके बाद 25 जून की शाम को दीपेंद्र गर्ग चार से पांच लोगों के साथ छतरपुर में दाड़मी देवी से राजीनामा करने पहुंचा।
दीपेंद्र ने दिया 40 लाख देने का प्रस्ताव
दीपेंद्र गर्ग ने दाड़मी देवी से कहा कि वह 40 लाख रुपए का भुगतान कर देंगे। इस बात पर ठगी की शिकार हुई दाड़मी देवी ने कहा कि उन्होंने कर्जा लेकर 55 लाख रुपए दिए थे। आज कर्जा देने वाले रिश्तेदार उनके घर पर हर रोज रुपए मांगने पहुंच रहे है।
अगर राजीनामा करना है तो 55 लाख रुपए देने होंगे। उसके बाद ही राजीनामा होगा। उधर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम वर्मा का कहना है कि मामले को जांच में लिया गया है। जांच के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।
क्या है पूरा मामला ?
राजस्थान की दाड़मी देवी ने बताया कि उन्होंने बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के चचेरे भाई दीपेंद्र गर्ग से एक प्लाट गढ़ गांव में मंदिर के पास खरीदा था।
आठ महीने के बाद भी जमीन पर कब्जा नहीं दिया गया है। इसकी वजह से मैंने पुलिस अधीक्षक और थाने में दीपेंद्र गर्ग और उनके मुनीम के खिलाफ आवेदन दिया है।
दाड़मी बोली: 55 लाख ही लेंगे
एसपी अगम जैन ने न्याय दिलाने की बात कही है। वहीं दूसरी ओर जब द सूत्र ने उनकी पीड़ा को लेकर आवाज उठाई थी, तब दीपेंद्र गर्ग छतरपुर में अपने भाई गोलू गर्ग और मुनीम नरेंद्र शर्मा के साथ आए।
समझौता के दौरान वकील भी मौजूद थे। दीपेंद्र गर्ग ने कहा कि दाड़मी देवी को रजिस्ट्री केंसिल करानी होगी। उसके बाद वह 40 लाख रुपए का भुगतान कर देंगे। दाड़मी देवी ने कहा कि उन्हें 40 लाख नहीं बल्कि 55 लाख रुपए चाहिए। उन्होंने प्लाट खरीदने से पहले 15 लाख रुपए नगद और 40 लाख रुपए ऑनलाइन दिए थे।
छतरपुर में किराए पर कमरा लेकर रह रही हैं दाड़मी
दाड़मी देवी ने कहा कि वह राजस्थान से छतरपुर आ गई हैं। यहां पर उन्होंने दो हजार रुपए में एक कमरा किराए पर लिया है। उन्होंने 55 लाख रुपए का कर्जा लेकर प्लाट खरीदा था। अब कर्जदार उनके घर के चक्कर लगा रहे हैं।
मूल धन पर 9 लाख रुपए तो ब्याज के हो गए हैं। उन्होंने दीपेंद्र गर्ग से कहा कि आप मुझे पूरा भुगतान करोगे, तभी रजिस्ट्री केंसिल कराने का आवेदन देंगी। वहीं दूसरी ओर बीते रोज दीपेंद्र गर्ग के भाई गोलू गर्ग ने रजिस्ट्री में गवाह उत्तर प्रदेश निवासी राजू से मोबाइल पर बात की थी। राजू ने भी कहा कि उसके सामने दाड़मी देवी ने 55 लाख रुपए का भुगतान किया है।
राजू ने किया खुलासा
उत्तर प्रदेश का राजू बागेश्वर धाम में कपड़े की दुकान खोलकर जीवन- यापन कर रहा था। उसने कहा कि दाड़मी देवी ने जब अपने पैसे को लेकर दीपेंद्र गर्ग पर दवाब बनाया तो उसको दीपेंद्र गर्ग के मुनीम नरेंद्र शर्मा ने झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर धाम से भगा दिया। साथ ही दुकान में रखा दो लाख रुपए का सामान भी जब्त कर लिया। इसकी शिकायत उसने ऑनलाइन पुलिस से की है। साथ ही एक पत्र भी लिखा था।
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