सनातन हिंदू एकता पदयात्रा में ये क्या बोल गए बागेश्वर धाम के बाबा
बागेश्वर धाम की 'सनातन हिंदू एकता' पदयात्रा ने छतरपुर में 17 किमी की दूरी तय की। पं. धीरेंद्र शास्त्री ने विरोधियों पर तीखा जवाब दिया। यात्रा सांस्कृतिक कार्यक्रमों और प्रवचनों के साथ आगे बढ़ रही है।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने शुक्रवार को 'सनातन हिंदू एकता' पदयात्रा के दूसरे दिन पदयात्रा विरोधियों को जवाब दिया। उन्होंने कहा, "ठठरी के बंधे इस देश में जलसे जायज हैं, लेकिन पदयात्रा नाजायज बताई जा रही है।"
पदयात्रा का दूसरा दिन: छतरपुर तक 17 किमी का सफर
सुबह 8:30 बजे कदारी फार्मेसी कॉलेज से शुरू हुई पदयात्रा दोपहर ढाई बजे गठेवरा पहुंची, जहां भोजन प्रसादी का आयोजन हुआ। इसके बाद यात्रा छतरपुर शहर में प्रवेश करेगी, जहां छत्रसाल चौराहे पर सभा को संबोधित किया जाएगा। सभा में बीजेपी विधायक टी. राजा भी शामिल होंगे।
महिलाओं का स्वागत: रंगोली और श्रद्धालुओं का उत्साह
यात्रा का स्वागत महिलाओं ने सड़क पर फूलों की रंगोली बनाकर किया। श्रद्धालु इतने भावुक हो गए कि स्वागत में रास्ते में लेट गए।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रवचन
पदयात्रा शाम को छतरपुर के पेप्टेक टाउन पहुंचेगी। यहां रात्रि विश्राम के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। गायिका शीतल पांडेय, बिन्नू रानी और हिमालय यादव अपनी प्रस्तुति देंगे।
यात्रा की रूपरेखा
पदयात्रा 9 दिनों में बागेश्वर धाम से रामराजा मंदिर, ओरछा तक 160 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। इसके दौरान कुल 8 पड़ाव होंगे।
खबर से संबंधित सामान्य प्रश्न
पदयात्रा का उद्देश्य क्या है?
'सनातन हिंदू एकता' को बढ़ावा देना।
पदयात्रा की कुल दूरी कितनी है?
160 किलोमीटर।
छतरपुर में पदयात्रा का स्वागत कैसे हुआ?
महिलाओं ने रंगोली बनाई और श्रद्धालु स्वागत में लेट गए।
पदयात्रा में मुख्य वक्ता कौन हैं?
पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और बीजेपी विधायक टी. राजा।