मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दक्षिण भारत के प्रमुख औद्योगिक केंद्र कोयम्बटूर में इन्वेस्ट एमपी इंटरेक्टिव सत्र में उद्योगपतियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने प्रदेश में टेक्सटाइल गारमेंट, इंजीनियरिंग और सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निवेश के लिए उद्योगपतियों से आह्वान भी किया। मुख्यमंत्री ने आयोजित "इन्वेस्ट एमपी -इंटरएक्टिव सत्र" का दीप प्रज्वलित कर और तुलसी के पौधे में जल अर्पित कर शुभारंभ किया।
सीएम ने 'इन्वेस्ट एमपी-इंटरएक्टिव सत्र' को किया संबोधित
कोयम्बटूर में उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा है कि मध्य प्रदेश में निवेश को सुविधाजनक बनाने के लिए कोयंबटूर तमिलनाडु में मध्य प्रदेश का एक उद्योग कार्यालय खोला जाएगा। यह कार्यालय मध्य प्रदेश और तमिलनाडु के बीच व्यापार और व्यवसाय बढ़ाने के लिए सेतु का काम करेगा।
अब मध्य प्रदेश आपको बुला रहा है...
उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर समिट का एक उद्देश्य यह भी है कि व्यापार और व्यवसाय के आधार पर विभिन्न प्रदेश एक दूसरे के नजदीक आएं और हम मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत को दुनिया का नंबर वन देश बनाने की दिशा में संकल्पित होकर कार्य करें। यहां के उद्योगपतियों ने कोयंबटूर और त्रिपुर को अपने बलबूते पर इंडस्ट्रियल हब के रूप में स्थापित किया है, अब मध्य प्रदेश आपको बुला रहा है, हम आपको व्यापार व्यवसाय बढ़ाने के नए अवसर देने और प्रेम बांटते हुए मध्य प्रदेश व तमिलनाडु के संबंधों को अधिक मजबूत करने के उद्देश्य यहां आए हैं।
एमपी में तेजी से विकसित हो रहे हैं उद्योग
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में भी टेक्सटाइल एवं गारमेंट इंडस्ट्री, ऑटोमोबाइल एवं इंजीनियरिंग उद्योग तेजी से विकसित हो रहे हैं। मध्य प्रदेश में इन क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं। उद्योगपतियों के लिए मध्यप्रदेश में निवेश कर अपने व्यापार-व्यवसाय को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का यह सबसे उपयुक्त समय है। मध्यप्रदेश में निवेश के हर पहलू का ध्यान रखा गया है। मध्य प्रदेश फ्यूचर रेडी प्रदेश है, यहां संभावनाओं के साथ सरकार का सहयोग एवं जनता का साथ है।
आजादी के अमृतकाल को मध्य प्रदेश का भाग्योदयकाल बनाने के लिए हम प्रदेश के उद्योग धंधों को वैश्विक सप्लाई चेन का हिस्सा बनाने के विजन पर काम कर रहे हैं। प्रदेश में उद्योगों की स्थापना और विकास के लिए राज्य सरकार सतत प्रयासरत है। इस दिशा में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के जरिये प्रदेश के हर क्षेत्र में निवेश प्रोत्साहन की नई पहल प्रारंभ की गई है । निवेश प्रोत्साहन को प्राथामिकता देते हुए वर्ष 2025 को उद्योग वर्ष के रूप मनाने का निर्णय लिया गया है।
निवेश क्रांति का हिस्सा बनें तमिलनाडु के उद्योगपति
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि भोपाल में 7-8 फरवरी 2025 को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जाएगा। मैं आपको प्रदेश में चल रही निवेश क्रांति का हिस्सा बनने का निमंत्रण देने आया हूँ। मुझे विश्वास है कि मध्य प्रदेश मंव उपलब्ध अपार अवसरों का लाभ उठाते हुए विकसित भारत के साथ ही विकसित मध्यप्रदेश के विजन को साकार करने में आप महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
उद्योग स्थापना के लिए मध्यप्रदेश पीपल फेंडली
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य को खनिज- वन- जल और पर्यटन सम्पदा का भरपूर उपहार मिला है। उद्योगों की स्थापना और निवेश के लिए मध्य प्रदेश पीपल फेंडली, डेवलपमेंट फेंडली और एनवायरनमेंट फ्रेंडली डेस्टीनेशन है। प्रदेश की अन्य राज्यों से कनेक्टिविटी अच्छी है, प्रदेश के इंडस्ट्रियल कोरिडोर्स से विभिन्न एक्सप्रेस वे गुजर रहे हैं। प्रदेश विद्युत सरप्लस स्टेट है, 'उद्योगों के लिए पर्याप्त लैंड बैंक की भी उपलब्धता है और यहां क्लीन व ग्रीन एनर्जी का भंडार है।
इंटरएक्टिव सत्र में 25 से अधिक उद्योगपतियों तथा चार प्रमुख उद्योग संगठनों के साथ एन-टू-वन बैठक की गई साथ ही राज्य के एक जिला एक उत्पादों के संबंध में भी जानकारी का प्रसार किया गया। इसके साथ ही इंडियन कॉटन कारपोरेशन के साथ प्रदेश में इएलएस कॉटन के उत्पादन और रकबे को बढ़ावा देने के लिए नालेज शेयरिंग और प्रदेश में स्क्लिड मैन पॉवर की उपलब्धता को बढ़ाने तथा टेक्सटाइल क्लस्टर स्थापित करने के लिए तिरुपुर एक्सपोर्ट एसोसिएशन के साथ नालेज शेयरिंग संबंधी एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। मध्यप्रदेश में कपास की खेती को बढ़ावा देने और रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट शेयरिंग के लिए साउथ इंडिया मिल्स एसोसिएशन के साथ भी एमओयू हुआ।
उल्लेखनीय है कि कोयंबटूर टेक्सटाइल एवं गारमेंट, इंजीनियरिंग और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे औद्योगिक सेक्टर के लिए जाना जाता है। प्रदेश में निवेश और औद्योगिक गतिविधियों के प्रोत्साहन के लिए भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में तमिलनाडु के उद्योगपतियों को आमंत्रित करने के उद्देश्य से कोयंबटूर में रोड शो और निवेशकों व उद्योगपतियों के साथ इंटरएक्टिव सत्र आयोजित किया गया। सत्र में 1200 से अधिक प्रतिभागियों ने भागीदारी की तथा मध्यप्रदेश में निवेश के लिए 3500 करोड़ रुपए से अधिक निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए।
आईएएस अधिकारी इलैया राजा टी ने तमिल में किया संबोधित
इस सेशन में मौजूद तमिलनाडु राज्य के मूल निवासी और मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी प्रबंध संचालक पर्यटन विकास निगम इलैया राजा टी ने मुख्यमंत्री मोहन यादव की बात को तमिलनाडु के निवेशकों तक पहुंचाने का कार्य किया। बता दें कि संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री जब दो वाक्य कहकर अपनी बात खत्म कर देते तो इलैया राजा तमिल भाषा में उनकी बात को कोयम्बटूर के सेशन में पहुंचे उद्योगपतियों को तमिल भाषा में अनुवाद करके उन्हें समझा रहे थे। इस दौरान सीएम मोहन यादव ने अपना संबोधन किया और इलैया राजा टी इसको तमिल भाषा में संबोधित करते रहें।
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