/sootr/media/media_files/2025/05/05/5wT6CxwEY1eRJ8mmvJ0e.jpg)
MP News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कॉलेज छात्राओं के साथ हुए रेप, ब्लैकमेलिंग (Blackmailing) और कथित लव-जिहाद (Bhopal Love Jihad Case) के मामलों ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है।
इन मामलों की गहन जांच के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग (National Commission for Women) की तीन सदस्यीय विशेष टीम भोपाल पहुंची है और घटनास्थल पर लगातार जांच कर रही है।
महिला आयोग की टीम पहुंची टीआईटी कॉलेज
टीआईटी कॉलेज, रायसेन रोड में महिला आयोग की टीम ने कॉलेज प्रशासन, स्टाफ और पीड़ित छात्राओं को पढ़ाने वाले शिक्षकों से लंबी पूछताछ की। जांच का मकसद था-क्या पीड़िताओं ने पहले कॉलेज प्रबंधन से कोई शिकायत की थी?
सुरक्षा इंतज़ामों की जांच
टीम ने कॉलेज परिसर में छात्राओं की सुरक्षा को लेकर किए गए प्रबंधों की समीक्षा की। छात्रावास, क्लासरूम और कैंपस की निगरानी व्यवस्थाओं की भी गहराई से पड़ताल हुई।
SIT और महिला आयोग की संयुक्त जांच
इस केस की जांच कर रही विशेष जांच टीम (SIT) के अधिकारी भी महिला आयोग की टीम के साथ कॉलेज पहुंचे। वहां उन्होंने स्टाफ और विभाग प्रमुखों से अलग-अलग बातचीत की।
ये भी पढ़ें:
भोपाल रेप केस की पीड़ित हिंदू छात्राओं का इंदौर तक पीछा कर शिकार बनाता था गिरोह
अहम बैठक
सूत्रों के मुताबिक, सोमवार को होटल रेडिसन में महिला आयोग और भोपाल पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच एक विशेष बैठक हुई। बैठक में केस की प्रगति, साक्ष्य और आगामी कदमों पर चर्चा हुई। इससे पहले शनिवार को टीम बाग सेवनिया थाने गई थी, जहां FIR दर्ज हुई थी।
महिला आयोग ने जताई सख्त कार्रवाई की ज़रूरत
महिला आयोग की टीम ने स्पष्ट कहा कि वह केवल जांच की मॉनिटरिंग ही नहीं कर रही, बल्कि जिम्मेदार अधिकारियों को ज़रूरी सुझाव भी दे रही है ताकि किसी भी स्तर पर लापरवाही न हो।
ये दिए सुझाव
- पीड़िताओं की पहचान गोपनीय रखी जाए
- कॉलेज में स्थायी महिला सुरक्षा अधिकारी की नियुक्ति
- छात्राओं के लिए हेल्पलाइन सेवा शुरू हो
दोषियों को मिले कड़ी सजा: निर्मल कौर
टीम की सदस्य और झारखंड की पूर्व DGP निर्मल कौर ने कहा कि आयोग यह सुनिश्चित करेगा कि पीड़ित छात्राओं को न्याय मिले और दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई हो। टीम में हाईकोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता निर्मला नायक भी शामिल हैं, जो मौके पर मौजूद रहीं।
thesootr links