MP News: मध्य प्रदेश के राजगढ़ में सामूहिक विवाह सम्मेलन के दौरान एक विवादित घटना ने सबको चौंका दिया। एक महिला आरक्षक ने शादी से पहले ही दूल्हे को उठा लिया। आरक्षक का आरोप था कि दूल्हा अजय पहले से ही उससे शादी कर चुका था और अब दूसरी शादी कर रहा था। परसूखेड़ी गांव के सामूहिक विवाह सम्मेलन में हुई इस घटना ने विवाद का रूप ले लिया।
लव ट्रायंगल का है मामला
रेलवे में टीसी के पद पर कार्यरत अजय के खिलाफ महिला आरक्षक ने आरोप लगाया कि उसने उसके साथ भोपाल में काम करते वक्त सगाई की थी। इसके बाद, दोनों के बीच रिश्ते बिगड़ गए और जब महिला आरक्षक को अजय की शादी के बारे में पता चला तो उसने कार्यक्रम से जाकर दूल्हे को हटा लिया। आरक्षक ने बताया की वो अजय को ढूंढने के लिए कई जगहों पर गई। सबसे पहले सुकली और चूमली गांवों में जांच की गई, लेकिन दूल्हा नहीं मिला। अंततः ग्वाड़ा में सामूहिक विवाह सम्मेलन के दौरान आरक्षक ने दूल्हे को ढूंढ लिया। यह सब देखकर वहां उपस्थित लोग हैरान रह गए।
दुल्हन वापस गई गांव
इस घटना के बाद, दुल्हन को विदाई के पहले ही अपने गांव लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा, जबकि दूल्हा महिला आरक्षक के साथ भोपाल लौट गया। परसूखेड़ी के सरपंच गजराज सिंह ने इसे दूल्हे की गलती बताया, जिन्होंने पहले से सगाई की थी, लेकिन फिर दूसरी शादी करने पहुंचे थे।
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व्हाट्सएप स्टेटस से पता चला
अजय की शादी में शामिल होने उसके कुछ दोस्त भोपाल से परसूखेड़ी गांव पहुंचे थे। उन्होंने अजय की शादी के कुछ फोटोज व्हाट्सएप पर डाल दिये। जब महिला आरक्षक ने इन फोटोज को देखा तब वह अजय की तलाश के लिए पहुंची।