गुना से पूर्व सांसद केपी यादव को सियासी तौर पर झटका लगा है। माना जा रहा था कि BJP ज्योतिरादित्य सिंधिया के लोकसभा जाने से रिक्त हुई राज्यसभा सीट पर उपचुनाव में केपी यादव को उम्मीदवार बनाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है।
बीजेपी ने केरल के नेता, केंद्रीय राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन को उम्मीदवार बनाया है। कुरियन अभी मोदी कैबिनेट में मत्स्य पालन, पशुपालन-डेयरी विभाग के राज्य मंत्री हैं। वे चार महीने के भीतर मध्यप्रदेश के कोटे से राज्यसभा जाने वाले दूसरे बाहरी नेता होंगे। इससे पहले बीजेपी ने लोकसभा चुनाव से ऐन पहले अप्रैल में तमिलनाडु के नेता एल.मुरुगन को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया था।
केपी को झटका इसलिए...
क्या है कि 26 अप्रैल 2024 को लोकसभा चुनाव का प्रचार करने गुना आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा था, 'कई क्षेत्रों में जब मैं जाता हूं तो लोग कहते हैं कि साब हमारे सांसद को आप आगे बढ़ाना, हम उन्हें जिताकर भेजेंगे। अब मोदी जी ने यहां तो बना बनाया मंत्री चुनाव लड़ने के लिए भेजा है।
शाह ने मंच से कहा था कि भाईयों...बहनों मैं राजा साहब के लिए वोट मांगने आया हूं। ज्योतिरादित्य सिंधिया मेरे मित्र हैं। बीजेपी के वरिष्ठ नेता भी हैं। उन्हें जिताते वक्त आप याद रखना है कि ज्योतिरादित्य को दिया हुआ एक-एक वोट नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाएगा। शाह के इस बयान के बाद यह तय हो गया था कि बीजेपी उन्हें दूसरी बार मंत्री बनाएगी। बाद में हुआ भी ऐसा ही।
क्या कहा था अमित शाह ने...
26 अप्रैल को इसी सभा में अमित शाह ने मंच से कहा था, 'आज मैं कहकर जाता हूं कि केपी यादव ने इस क्षेत्र की बहुत अच्छी सेवा की है। उनकी चिंता मुझ पर छोड़ देना। आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। बीजेपी हमारे भाई केपी यादव के भविष्य और उन्हें आगे बढ़ाने की सभी प्रकार की चिंता करेगी। गुना वालों आपको दो-दो नेता मिलेंगे। ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मिलेंगे और केपी यादव भी मिलेंगे।
सिंधिया और केपी में रही है अदावत
शाह के इस बयान के बाद सियासी तौर पर यह तय माना जा रहा था कि सिंधिया के बाद उनकी खाली राज्यसभा सीट पर बीजेपी केपी यादव को उम्मीदवार बनाएगी, लेकिन अब ऐसा नहीं हुआ है। उल्लेखनीय है कि केपी यादव और सिंधिया के बीच 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद सियासी अनबन बढ़ गई थी। केपी ने सवा लाख वोटों से सिंधिया को हराया था। फिलवक्त केपी यादव के पास संगठन में भी कोई उल्लेखनीय जिम्मेदारी नहीं है।
इनके नामों की भी थी चर्चा
राज्यसभा सीट के लिए पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया, डॉ. नरोत्तम मिश्रा, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी, कांतदेव सिंह और प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल के नामों की भी चर्चा थी, लेकिन बीजेपी ने केरल के जॉर्ज कुरियन को मध्यप्रदेश से अपना प्रत्याशी बनाकर सबकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। उनका निर्विरोध चुना जाना तय माना जा रहा है। उनका कार्यकाल दो वर्ष रहेगा।
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