मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है। पार्टी के जिलाध्यक्षों की पहली सूची में 50% से अधिक जिलों के अध्यक्षों की घोषणा होते ही यह प्रक्रिया शुरू होगी। वर्तमान प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को इस पद पर लगभग 4 साल 10 महीने हो चुके हैं। हालांकि, वे दूसरा कार्यकाल पाने के लिए प्रयासरत हैं।
दावेदारों की सूची में प्रमुख नाम
प्रदेशाध्यक्ष के दावेदारों में जातिगत समीकरणों के आधार पर कई बड़े नाम शामिल हैं। ब्राह्मण वर्ग से डॉ. नरोत्तम मिश्रा, राजेंद्र शुक्ल और अर्चना चिटनीस के नाम प्रमुख हैं। नरोत्तम मिश्रा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। वहीं, विंध्य क्षेत्र से जुड़े राजेंद्र शुक्ला पांच बार विधायक रह चुके हैं और प्रदेशाध्यक्ष बनने की कोशिश कर रहे हैं। क्षत्रिय वर्ग में अरविंद भदौरिया, बृजेंद्र प्रताप सिंह और सीमा सिंह जादौन प्रमुख दावेदार बताए जा रहे हैं। इनके अलावा वैश्य वर्ग से हेमंत खंडेलवाल और सिंधी समाज से भगवानदास सबनानी के नाम भी चर्चा में हैं।
ओबीसी और आदिवासी वर्ग को संतुलन
बीजेपी के पॉलिटिकल बैलेंस को बनाए रखने के लिए आदिवासी वर्ग के नेता फग्गन सिंह कुलस्ते, सुमेर सिंह सोलंकी और हिमाद्री सिंह जैसे नामों पर भी विचार हो सकता है। ओबीसी वर्ग से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और डॉ. मोहन यादव पहले ही महत्वपूर्ण पदों पर हैं।
कैसे होगा चुनाव?
प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव के लिए बीजेपी के प्रदेश परिषद के सदस्यों की राय ली जाएगी। हर जिले से दो विधानसभाओं का एक क्लस्टर बनाया जाएगा, और इनसे परिषद के सदस्य चुने जाएंगे। कुल 16 विधायक और 3 सांसद इस चुनाव में भाग लेंगे। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया है।
संभावित तारीखें
जिलाध्यक्षों की घोषणा के तुरंत बाद प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव की तारीखें तय की जाएंगी। एक दिन रायशुमारी होगी, उसके बाद नामांकन, दावे-आपत्ति और परिणाम की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
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