BHOPAL. मध्य प्रदेश के नर्सिंग कॉलेज घोटाले मामले ( MP Nursing College Scam ) में एक के बाद एक नए पेंच सामने आ रहे हैं। स्कैम में शामिल सीबीआई अफसरों (CBI officers ) के रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार होने के बाद एक और सीबीआई इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी हुई है। वहीं DSP को समेत 10 नए लोगों को भी आरोपी बनाया गया है। नए आरोपी डीएसपी आशीष प्रसाद और इंस्पेक्टर ऋषिकांत असाठे भोपाल के शिवाजी नगर में रहते हैं। इससे पहले सीबीआई इंस्पेक्टर राहुल राज और सुशील कुमार मजोका गिरफ्तार किए जा चुके हैं। अफसरों की रिश्वतखोरी की शिकायत के बाद सीबीआई की 7 कोर टीम और 3 से 4 सहायक टीमों ने भोपाल, इंदौर, रतलाम समेत राजस्थान के जयपुर में 31 ठिकानों पर छापेमारी की थी। कुल 2.33 करोड़ नकद, चार सोने के बिस्किट और 36 डिजिटल डिवाइज जब्त की गईं। आरोपियों से 150 से अधिक अनाधिकृत दस्तावेज भी मिले।
इंस्पेक्टर के घर से मिले सोने के बिस्किट
CBI की एक टीम ने भोपाल में इंस्पेक्टर राहुल राज के प्रोफेसर कॉलोनी स्थित घर पर छापा मारा। तलाशी में 7 लाख 88 हजार रुपए नकद और 100-100 ग्राम के सोने के बिस्किट मिले। राहुल को अगस्त 2023 में उत्कृष्ट जांच के लिए केंद्रीय गृहमंत्री पदक से सम्मानित किया गया था। वे CBI के उन 15 अफसरों में शामिल थे, जिन्हें यह सम्मान मिला था।
CBI के इंस्पेटर हर कॉलेज से ले रहे थे रिश्वत
अधिकारियों ने बताया कि नर्सिंग कॉलेज के मालिकों से सीबीआई के अफसर ने दलालों के माध्यम से रिश्वत ले रहे थे। हर नर्सिंग कॉलेज से क्लीन चिट देने के लिए 2 से 10 लाख रुपए की रिश्वत की डिमांड की गई थी। अब तक सीबीआई के 2 इंस्पेक्टर और एक निरीक्षक गिरफ्तार हो चुके हैं वहीं इस मामले में DSP को भी आरोपी बनाया गया है।
NSUI ने की थी CBI को रिश्वतखोरी की शिकायत
इंस्पेक्टर राहुल राज की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तारी के बाद NSUI ने दावा किया कि उनकी शिकायत पर CBI ने एक्शन लिया। NSUI मेडिकल विंग के प्रदेश समन्वयक रवि परमार ने 15 अप्रैल को CBI कार्यालय पहुंचकर शिकायत की थी। जिसके बाद CBI ने कुछ विभागीय लोगों को जांच के रडार पर लिया। परमार ने कहा कि वे जल्द ही अन्य भ्रष्टाचारी निरीक्षकों और नर्सिंग फर्जीवाड़े में शामिल नर्सिंग कॉलेज संचालकों और दलालों की जानकारी CBI को सौंपेंगे।
इन अधिकारियों पर रिश्वत के आरोप
इस मामले में DSP CBI आशीष प्रसाद, सीबीआई इंस्पेक्टर ऋषि कांत को आरोपी बनाया गया है। इसके पहले सीबीआई के निरीक्षक राहुल राज, सुनील कुमार, ओम गोस्वामी गिरफ्तार हो चुके हैं। अबतक इस मामले से जुड़े 13 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं । 23 में से 10 को आरोपी बनाया गया है। अब तक 5 सीबीआई के ऑफिसर इस मामले में आरोपी बन चुके हैं।
सीबीआई ने बढ़ाईं टीमें
अफसरों की रिश्वतखोरी की बात सामने आने के बाद इस मामले की जांच के लिए टीम बढ़ गई हैं। अब दिल्ली टीम के साथ सीबीआई की 7 कोर टीमें और 3 से 4 सहायक टीमों लगातार छापेमारी कर रही हैं। ये टीमें भोपाल, इंदौर, रतलाम समेत राजस्थान के जयपुर में 31 ठिकानों पर अबतक छापेमारी कर चुकी हैं। अबतक कुल 2.33 करोड़ नकद, चार सोने के बिस्किट और 36 डिजिटल डिवाइज जब्त किए गए हैं। फिलहाल जांच जारी है।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक