/sootr/media/media_files/2025/03/17/XQKvj4wIEP6B2em83Mwz.jpg)
भारत की महत्वाकांक्षी चीता संरक्षण परियोजना के तहत, मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क (KNP) में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। सोमवार यानी आज 17 मार्च को दक्षिण अफ्रीकी मादा चीता गामिनी और उसके चार शावकों को खुले जंगल में छोड़ा गया। इस कदम से चीता संरक्षण प्रयासों को नई दिशा मिली है। गामिनी और उसके शावक पूरी तरह से स्वस्थ हैं, और अब वे प्राकृतिक आवास में स्वतंत्र रूप से विचरण कर सकते हैं।
पर्यटकों को मिलेगा चीतों का नजारा
खजूरी वन क्षेत्र, जो अहेरा पर्यटन जोन का हिस्सा है, अब पर्यटकों को कूनो के जंगलों में चीतों का अनुभव करने का अवसर प्रदान करेगा। गामिनी और उसके शावकों के जंगल में छोड़े जाने से, कूनो नेशनल पार्क में चीते घूमते हुए दिख सकते हैं, जिससे सफारी का अनुभव और भी रोमांचक होगा। इस पहल से वन्यजीव पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और पर्यटकों को प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ इन अद्भुत जीवों को करीब से देखने का मौका मिलेगा।
ये खबर भी पढ़िए... कूनो में छोड़े गए 5 और चीते, पहली बार खुले जंगल में हुई इतनी संख्या
कूनो में अब 17 चीते, 9 बाड़े में
गामिनी और उसके शावकों को जंगल में छोड़े जाने के बाद अब कूनो नेशनल पार्क में कुल 17 चीते खुले जंगल में स्वतंत्र रूप से विचरण कर रहे हैं। अधिकारियों ने यह भी पुष्टि की है कि सभी चीते स्वस्थ हैं। इस परियोजना के तहत कूनो में चीतों की संख्या बढ़ रही है, और यह भारत में चीता संरक्षण के प्रयासों का एक अहम हिस्सा बन गया है।
ये खबर भी पढ़िए... कूनो नेशनल पार्क से फिर बड़ी खुशखबरी... चीता 'वीरा' ने 2 शावकों को दिया जन्म
कूनो में चीतों की बढ़ती संख्या
वर्तमान में कूनो नेशनल पार्क में चीतों की कुल संख्या 26 हो गई है, जिनमें 14 शावक शामिल हैं। यह परियोजना न केवल जैव विविधता को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, बल्कि क्षेत्र में पर्यटन और रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न कर रही है। गामिनी और उसके शावकों को जंगल में छोड़ने से चीता संरक्षण के प्रयासों को और मजबूती मिली है, और यह कदम कूनो को चीतों का आदर्श घर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है।
दक्षिण अफ्रीका से लाई गई मादा चीता गामिनी के साथ 4 शावकों को कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया।
— TheSootr (@TheSootr) March 17, 2025
➡X पर सीएम मोहन यादव ने दी जानकारी #FemaleCheetah #Cheetah #KunoNationalPark #MadhyaPradesh #thesootr @DrMohanYadav51@CMMadhyaPradesh@minforestmp@moefcc pic.twitter.com/kKgGqSyuOh
गामिनी और उसके शावकों का जन्म
गामिनी ने 10 मार्च, 2024 को छह शावकों को जन्म दिया था, जिनमें से दो शावकों की दुखद मृत्यु हो गई। हालांकि, बाकी चार शावक स्वस्थ हैं और अब वे जंगल में स्वतंत्र रूप से रहते हुए प्राकृतिक जीवन का अनुभव कर रहे हैं। यह घटनाक्रम कूनो के लिए एक सकारात्मक संकेत है, क्योंकि चीतों का यह नवजात परिवार जंगल में अपने अस्तित्व को मजबूत कर रहा है।
ये खबर भी पढ़िए... मध्य प्रदेश के इस विश्वविद्यालय के दस्तावेजों से हटेगा INDIA, अब लिखा जाएगा भारत