छतरपुर पत्थरबाजी कांड: पुलिस की गिरफ्त में 10 हजार का इनामी आरोपी हाजी शहजाद अली
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में पत्थरबाजी कांड के मुख्य आरोपी हाजी शहजाद अली को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। छतरपुर पुलिस की कई टीमें उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी।
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में कोतवाली पर हुए पत्थरबाजी कांड के मुख्य आरोपी हाजी शहजाद अली ( Haji Shahzad Ali ) को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। घटना के बाद से फरार चल रहे शहजाद अली की गिरफ्तारी ( Haji Shahzad Ali Arrested ) के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस ने कोर्ट के बाहर से घेराबंदी कर शहजाद को दबोचा।
छतरपुर पुलिस ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपी हाजी शहजाद को जिला कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार किया गया है। वह कोर्ट में सरेंडर करने जा रहा था, हाजी की कोर्ट पहुंचने की सूचना पुलिस को मिली, जिसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर जिला कोर्ट के बाहर से उसे पकड़ लिया। आरोपी का जिला अस्पताल से मेडिकल कराया गया है। जिसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया।
पुलिस ने घोषित किया था 10 हजार का इनाम
छतरपुर के पुलिस अधीक्षक अगम जैन ने फरार हाजी शहजाद अली पर 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था। साथ ही पुलिस ने लुकआउट नोटिस भी जारी किया था। पत्थरबाजी के मामले में अब तक 37 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई हैं। इनमें से 36 को जेल भेजा है।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि 21 अगस्त को मुस्लिम समाज के लोग आवेदन देने के लिए कोतवाली थाने पहुंचे थे। इन लोगों ने पैगंबर साहब को लेकर पर विवादित बयान के मामले में कार्रवाई की मांग की थी। इस दौरान कुछ भीड़ में शामिल उपद्रवियों ने थाने और पुलिसवालों पर पथराव कर दिया था। पत्थरबाजी में थाना प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे। मामले में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया था। इस पत्थरबाजी के पीछे छतरपुर के पूर्व सदर हाजी शहजाद अली का नाम सामने आया था। शहजाद अली कांग्रेस का जिला उपाध्यक्ष भी रह चुका है।
शहजाद की आलीशान कोठी पर चला था बुलडोजर
पथराव के मामले में सीएम मोहन यादव ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। पत्थरबाजी के अगले दिन 22 अगस्त को मुख्य आरोपी हाजी शहजाद अली के 20 करोड़ की आलीशान कोठी पर प्रशासन का बुलडोजर चला था। शहजाद की यह बड़ी कोठी 20 हजार स्क्वायर फीट में बनी थी। प्रशासन की टीम ने बुलडोजर और जेसीबी से हवेली के जमींदोज कर किया। साथ ही कई वाहनों को कुचलकर कबाड़ कर दिया था। प्रशासन के इस एक्शन के बाद हाजी शहजाद ने वीडियो संदेश में कहा था कि उसे इस केस फंसाया गया है। साजिश के तहत यह कार्रवाई की गई है।
कार्रवाई को लेकर उठे सवाल
पत्थरबाजी के मुख्य आरोपी हाजी शहजाद अली के खिलाफ हुई कार्रवाई को लेकर सवाल भी उठे। इसके जवाब में सरकार ने कहा कि आरोपी के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला है। हवेली के निर्माण के लिए अनुमति नहीं ली गई थी। इधर, कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने बुलडोजर कार्रवाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही थी। जिस पर सीएम मोहन यादव ने कहा था कि प्रदेश में उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा।