'कोर्ट' में हुई जज की मौत, बैडमिंटन खेलते समय अचानक आया हार्ट अटैक
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में सोमवार को एक जज की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। यह घटना तब हुई जब वे रोज की तरह सुबह बैडमिंटन खेलने गए थे। अब इस पर डॉक्टर ने आम जनता को चेताया है।
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में सोमवार को एक जज की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। यह घटना तब हुई जब वे रोज की तरह सुबह बैडमिंटन खेल रहे थे। बैडमिंटन कोर्ट में खेलते हुए अचानक उनके सीने में तेज दर्द हुआ और वे गिर पड़े। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत उन्हें निजी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों की बहुत कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया न जा सका। उनकी मौत हो गई।
आज होगा अंतिम संस्कार
दरअसल, जिस जज की मौत हुई है उनका नाम मोहित दीवान है, जो छिंदवाड़ा के विशेष न्यायाधीश थे। फरवरी 2024 में यहां नियुक्त हुए थे। वे 2016 में मध्य प्रदेश उच्च न्यायिक सेवा में चुने गए थे और इसके पहले रायपुर में अधिवक्ता के रूप में काम कर चुके थे। उनके परिवार वालों ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार उनके बेटे के छत्तीसगढ़ से आने के बाद किया जाएगा, जो आज सुबह होगा।
यह घटना छिंदवाड़ा में सर्दियों के बीच हुई, जहां तापमान 6.9 डिग्री था। सर्दी की वजह से डॉक्टर्स ने चेतावनी दी है कि ऐसे मौसम में बाहर जाने से बचना चाहिए और खेलकूद या एक्सरसाइज से पहले शरीर को अच्छी तरह से गर्म करना चाहिए, क्योंकि ठंड में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। यह खासतौर पर युवा लोगों के लिए भी जोखिमपूर्ण हो सकता है, क्योंकि कभी-कभी दिल के दौरे के लक्षण दिखाई नहीं देते, जिससे बचने के अवसर कम हो जाते हैं।
FAQ
मोहित दीवान का दिल का दौरा क्यों पड़ा?
मोहित दीवान छिंदवाड़ा के विशेष न्यायाधीश थे और वे रोज की तरह सुबह बैडमिंटन खेलने गए थे। खेलते हुए अचानक उनके सीने में दर्द हुआ और वे गिर पड़े, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों की कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
मोहित दीवान का अंतिम संस्कार कब होगा?
मोहित दीवान का अंतिम संस्कार उनके बेटे के छत्तीसगढ़ से आने के बाद किया जाएगा। उनके परिवार वालों ने बताया कि यह आज सुबह किया जाएगा।
मौसम और स्वास्थ्य पर डॉक्टरों की सलाह क्या है?
डॉक्टरों के अनुसार, सर्दी के मौसम में बाहर जाने से बचना चाहिए और खेलकूद या एक्सरसाइज से पहले शरीर को गर्म करना जरूरी है। ठंड के दौरान हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है, खासकर युवाओं के लिए, क्योंकि दिल के दौरे के लक्षण कभी-कभी दिखाई नहीं देते।
छिंदवाड़ा में तापमान कितना था जब यह घटना हुई?
जब यह घटना हुई, तब छिंदवाड़ा में तापमान 6.9 डिग्री था।