RAISEN. मध्य प्रदेश में बाघों की मौत का सिलसिला नहीं रुक रहा है। एक बाद एक बाघ की मौत की खबर सामने आ रही है। ताजा मामला रायसेन जिले के औबेदुल्लागंज के चिकलोद रेंज की आशापुरी बीट से सामने आया है। यहां एक टाइगर का संदिग्ध हालत में शव मिला है। जिससे वन विभाग में हड़कंप मच गया है। इस मामले की जांच STF करेगी।
टाइगर का शव मिलने से वन अमले में हड़कंप
जानकारी के अनुसार घटना औबेदुल्लागंज के चिकलोद रेंज की आशापुरी बीट की है। यहां रविवार, 15 जुलाई को संदिग्ध हालत में टाइगर शव मिलने से वन अमले में हड़कंप मच गया। जानकारी मिलते ही टीम सीसीएफ, डीएफओ सहित 150 वनकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे और मौका मुआयना किया। मौके पर पहुंची डॉक्टरों की टीम ने टाइगर के शव का पोस्टमार्टम किया।
एक साल में पांच बाघों की मौत हो चुकी है
पोस्टमार्टम के बाद टाइगर का शव 12 दिन पुराना बताया जा रहा है। 12 दिनों तक जिम्मेदार इस मामले से बेखबर रहे। यह कह सकते हैं कि वन अमले की लापरवाही है। बाघ के शिकार की खबरों को लेकर विभाग ने पोस्टमार्टम के बाद STF को जांच सौंपी है। भोपाल से सटे औबेदुल्लागंज वन मंडल में एक साल में पांच बाघों की मौत चुकी है। आकड़ों के मानें तो 22 जून 2023, 17 अक्टूबर 2023, 16 दिसंबर 2023, 10 मार्च 2024 और 14 जुलाई 2024 को मिलाकर एक साल में पांच बाघों की मौत हो चुकी है।