BPOPAL. मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के दिग्गज नेता दूसरे राज्यों में चुनाव प्रचार में एक्टिव हो गए हैं। सबसे पहले बात कर लेते है मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की, वो आज यानि उत्तर प्रदेश और नई दिल्ली के दौरे पर रहेंगे। 2024 के रण में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ( Chief Minister Dr. Mohan Yadav ) ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इनके अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ( Chief Minister Vishnudev Sai ) का आज यानि 19 मई को पड़ोसी राज्य ओडिशा के दौरे पर जाएंगे। इस दौरान सीएम साय संबलपुर में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। मुख्यमंत्री सुबह 10.20 बजे संबलपुर के लिए रवाना होंगे। उसके बाद दोपहर 2 बजे वापस राजधानी रायपुर लौटेंगे।
यूपी के दौरे पर रहेंगे सीएम मोहन
सीएम मोहन यादव 19 तारीख को यूपी और नई दिल्ली के दौरे पर रहेंगे, जहां वे दोनों राज्यों में कई जनसभाओं को संबोधित करेंगे। सीएम उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिला स्थित जंगीपुर के शेखपुर में जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह बलिया जिले के बैरिया स्थित दुबे छपरा इंटर कॉलेज मैदान में जनसभा करेंगे। जबकि शाम के वक्त नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र और दक्षिण दिल्ली में भी जनसभाओं को संबोधित करेंगे।
यूपी पर फोकस
मुख्यमंत्री का सबसे ज्यादा फोकस उत्तर प्रदेश की सीटों पर दिख रहा है। दरअसल, यूपी की सियासत में यादव समुदाय का राजनीति में बड़ा असर है। ऐसे में सीएम मोहन यादव लगातार ऐसी ही सीटों पर फोकस करते दिख रहे हैं। उनके निशानें पर भी परिवारवाद और भ्रष्टाचार का मुद्दा सबसे ज्यादा रहता है। ऐसे में सीएम मोहन को लेकर भी यूपी की राजनीति में फिलहाल गर्माहट का माहौल दिख रहा है। क्योंकि बीजेपी ने यूपी के आखिरी में चरणों प्रचार तेज कर दिया है। सीएम मोहन यादव अब तक उत्तर प्रदेश की कई लोकसभा सीटों पर प्रचार कर चुके हैं। खास बात यह है कि सीएम मोहन यादव यूपी के साथ-साथ बिहार में भी एक्टिव दिखे हैं, उन्होंने बिहार की भी सीटों पर प्रचार किया है। हाल ही में पीएम मोदी ने भी एक सभा में उनकी तारीफ की थी। ऐसे में लोकसभा चुनाव के आखिरी चरणों में उनका प्रचार तेज दिखेगा।
बीजेपी के सभी नेता एक्टिव
सीएम मोहन यादव के अलावा मध्य प्रदेश में बीजेपी के सभी बड़े नेता दूसरे राज्यों की लोकसभा सीटों पर पूरी तरह से एक्टिव नजर आ रहे हैं। क्योंकि प्रदेश की सभी लोकसभा सीटों पर वोटिंग हो चुकी है। ऐसे में अलग-अलग नेताओं को दूसरे राज्यों में जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। क्योंकि अब केवल तीन चरणों की ही वोटिंग बची हुई है। ऐसे में बीजेपी ने दूसरे राज्यों के सभी नेताओं की प्रचार में उतार दी है।