तमिलनाडु राज्य के कोयम्बटूर में आज 25 जुलाई को इन्वेस्ट एमपी इंटरैक्टिव सत्र का आयोजन किया गया। इसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दक्षिण भारतीय उद्योगपतियों को संबोधित किया। CM यादव ने आपने संबोधन में कहा कि हमने कोयम्बटूर में मध्यप्रदेश का एक उद्योग कार्यालय खोलने का निर्णय किया है।
साथ ही सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश में मौजूद संसाधनों के उपयोग के लिए वे कोयम्बटूर में उद्योगपतियों को आमंत्रित करने आए हैं। हम और आप मिलकर देश को दुनिया का नंबर वन कंट्री बनाने का संकल्प लें। वैसे तो मैं कल से यहां आकर आनंदित हूं। मैंने देखा कि कैसे आपने कोयम्बटूर और त्रिपुर को इंडस्ट्री सेक्टर में खड़ा किया है। अब आप सबका इसी काम के लिए मध्यप्रदेश में स्वागत है। समय की कमी के कारण अभी हमने एजुकेशन और हेल्थ में चर्चा नहीं की है। सीप का मोती बनने के लिए एमपी के हेल्थ और एजुकेशन सेक्टर को इंतजार है।
एमपी का रिश्ता मजबूत बनाने आए
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज तमिलनाडु और एमपी का रिश्ता मजबूत बनाने के लिए आए हैं। यहां से कुछ छीनने नहीं बल्कि नए अवसर देने के लिए आए हैं ताकि और अधिक डेवलपमेंट हो सके। यहां के उद्यमियों को जुड़ने के लिए एमपी का एक उद्योग कार्यालय कोयम्बटूर में खोलने का निर्णय किया है। यहां का कार्यालय एमपी तमिलनाडु के बीच कारोबार व्यापार बढ़ाने के लिए सेतु बनाने का काम करेगा।
700 से अधिक निवेशक और उद्यमी
इस सेशन में 700 से अधिक निवेशक और उद्यमी मौजूद हैं। इंटरएक्टिव सत्र में प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन राघवेंद्र कुमार सिंह ने प्रदेश में निवेश प्रोत्साहन और औद्योगिक गतिविधियों के लिए उपलब्ध संरचना और शासन की ओर से सुविधाओं के संबंध में चर्चा की। प्रमुख सचिव सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग डॉक्टर नवनीत कोठारी ने प्रदेश में एमएसएमई के लिए बन रहे क्लस्टर और विकास संभावनाओं की जानकारी दी। श्री टी इलैया राजा ने प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में गतिविधियों के विस्तार पर चर्चा की। मुख्यमंत्री निवेशकों के साथ वन-टू-वन चर्चा भी करेंगे और राज्य की एक-जिला-एक-उत्पाद (ओडीओपी) योजना पर चर्चा करेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दक्षिण भारत के निवेशकों को मध्य प्रदेश में औद्योगिक इकाइयां प्रारंभ करने का निमंत्रण दिया। साथ ही उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश में टेक्सटाइल उद्योग में विकास की बहुत संभावनाएं हैं। उन्होंने प्रमुख उद्योगपतियों के साथ रात्रि भोज बैठक में भी हिस्सा लिया।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में टेक्सटाइल उद्योग में विकास और रोजगार की बहुत संभावनाएं हैं। बेस्ट कार्प संस्थान द्वारा उज्जैन में भी इकाई स्थापित की गई है। प्रदेश में अन्य स्थानों पर भी ऐसी इकाइयां लगें, इसके लिए प्रयास करेंगे। साथ ही तमिलनाडु के अन्य निवेशकों को भी मध्य देश में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।
निवेश प्रोत्साहन नीति की दी जानकारी
इस सत्र में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उद्योगपतियों को मध्य प्रदेश सरकार की निवेश प्रोत्साहन, नवाचार और सतत विकास की गतिविधियों की जानकारी दी। इसके साथ ही टेक्सटाइल एवं गारमेंट, इंजीनियरिंग और सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में निवेश के लिए उद्योगपतियों से चर्चा की।
फरवरी में होगी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 7 और 8 फरवरी 2025 में प्रस्तावित है। इसके लिए निवेशकों को आमंत्रित करने और उनकी समस्याओं को सुनकर समाधान तलाशने के प्रयास में प्रदेश सरकार जुटी हुई है।
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